राँची : भाजयूमो राँची महानगर मीडिया प्रभारी आनंद पांडेय ने कहा है कि इस वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के मद्देनजर झारखंड राज्य में विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले कोरोना संदिग्ध मरीजों को सरकार द्वारा राज्य में क्वारेंटाइन करने की सुविधा तो कराई गई है, पर फिर भी इन मरीजों के प्रति कहीं ना कहीं सरकार अब भी उदासीन दिख रही है। उन्होंने कहा कि पंचायत भवनों में चल रहे अधिकांश क्वारेंटाइन सेंटर में ना तो समुचित शौचालय का व्यवस्था है ना ही बिजली का ना ही पानी की, महिला और पुरूष एक ही शौचालय में जाने को विवश है। इनको ना तो समय पर भोजन मिल रहा और ना ही सुरक्षा सामग्री।
उन्होंने ये भी कहा कि दीदी किचन बस दिखावे की व्यवस्था बन कर ही रह गया है। यहां तक कि इन मरीजों के परिजन अपने घर से बना हुआ खाना इनको लाकर मुहैया करा रहे हैं, जो झारखंडियों के लिए चिंता का विषय है। दरअसल ये सरकार झारखंड के आदिवासी मूलवासी खासकर यहां के जन मुद्दों को लेकर सत्ता में आई और आज कोरोना महामारी के समय सरकार की उदासीनता इस बात को साबित कर रही है कि सरकार झारखंड के लोगों के प्रति कितने सजग है। उन्होंने कहा है कि इसकी जाँच होनी चाहिए क्योंकि व्यवस्था से जूड़े लोग ग़रीबों का निवाला छिन रहे है।