विनीत कुमार की रिपोर्ट
रांची। वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर का कहर कम करने और संभावित तीसरी लहर को रोकने के उद्देश्य से झारखंड सरकार द्वारा घोषित 38 घंटे के संपूर्ण लॉकडाउन का रविवार को राजधानी रांची में व्यापक असर देखने को मिला। इसके तहत रविवार को शहर की सभी दुकानें, प्रतिष्ठान व संस्थान बंद रहे। सड़कों पर पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा। इक्का-दुक्का बहुत ही जरूरी काम से निकले लोगों के अलावा अधिकतर लोगों ने घरों में रहना ही मुनासिब समझा। वैसे लाॅकडाउन के दौरान पुलिस- प्रशासन ने बेवजह घूमने वालों के लिए सख्ती बरतने की पूरी तैयारी कर रखी थी। रैपिड एक्शन फोर्स (रैफ) की तीन कंपनियां सहित पुलिस के 600 जवान राजधानी के विभिन्न हिस्सों में तैनात थे। हालांकि माॅनसून की बौछारें भी पड़ते रहने के कारण लोगों ने घरों से बाहर निकलने से परहेज किया। शहर के व्यस्ततम चौक-चौराहे अल्बर्ट एक्का चौक, शहीद चौक, लालपुर, कांटा टोली, बहू बाजार, कोकर, कचहरी चौक, डंगरा टोली, चुटिया, सिरम टोली, धुर्वा, डोरंडा,कांके, बरियातू, रातू रोड सहित राजधानी के अन्य इलाके में लाॅकडाउन का व्यापक असर रहा। सभी जगह कर्फ्यू जैसा दृश्य दिखा। शहर स्थित सब्जी बाजारों में भी न तो खरीदार दिखे ना सब्जी विक्रेता। आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोग ही सड़कों पर आवागमन करते दिखे। अलबत्ता कुछ गली-मोहल्लों में युवकों की टोली दिखी भी तो पुलिस के पीसीआर वैन की आवाज सुनते ही सभी भाग खड़े होते। ट्रैफिक पुलिस हर चौक चौराहों पर पूरी तरह मुस्तैद थी। चिकित्सा संबंधी कार्यों से आने-जाने वालों को यातायात पुलिसकर्मी सहयोग करते भी दिखे। रविवार को राजधानी रांची व आसपास के इलाकों में लॉकडाउन का पालन पूरी तरह हुआ।
गौरतलब है कि सोमवार की सुबह 6 बजे तक लाॅकडाउन प्रभावी रहेगा। इसके बाद सरकारी घोषणा व दिशा निर्देशों के अनुरूप राजधानी के बाजार, दुकान, प्रतिष्ठान व निजी संस्थान शाम 4 बजे तक खुले रहेंगे।
यह उल्लेखनीय है कि राजधानी की जनता ने लाॅकडाउन के मद्देनजर सरकार की अपील का पूरा समर्थन करते हुए कोरोना के खिलाफ जारी जंग में सहभागिता निभाई।
रांची जिला प्रशासन ने कोरोना पर काबू पाने के उद्देश्य से इस व्यापक जनसहयोग के लिए नागरिकों के प्रति आभार व्यक्त किया है।