रांची। सरहुल पर्व के दौरान सरना समितियों द्वारा जुलूस/शोभायात्रा नहीं निकाला जायेगा। इस संबंध में आज गुरुवार को उपायुक्त छवि रंजन की अध्यक्षता में हुई बैठक में विभिन्न सरना समितियों ने इस पर अपनी सहमति दी। समाहरणालय स्थित उपायुक्त सभागार में आयोजित बैठक में सिटी एसपी सौरभ, अनुमंडल पदाधिकारी रांची सदर समीरा एस एवं विभिन्न सरना समितियों के अध्यक्ष एवं सदस्य उपस्थित थे।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लिया गया फैसला
कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरहुल में जुलूस/शोभायात्रा निकालने को लेकर बैठक में गंभीरता पूर्वक विचार विमर्श किया गया। विभिन्न समितियों द्वारा एकमत होकर फैसला लिया गया गया कि इस बार जुलूस/शोभायात्रा नहीं निकाला जायेगा।
सिरम टोली स्थित मुख्य सरना स्थल पर पांच लोगों को पूजा पाठ करने की अनुमति होगी। बैठक के दौरान ये निर्णय लिया गया कि विभिन्न मौजा से अधिकतम पांच लोग मुख्य सरना स्थल पर कोविड-19 के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए पहुंचेंगे और बारी-बारी से पूजा पाठ कर लौट जायेंगे। मुख्य सरना पर पूजा पाठ के दौरान कोरोना के दिशा निर्देशों का पालन किया जायेगा। इस दौरान ढोल नगाड़ा साथ लाने के अनुमति नहीं होगी, साथ ही अलग-अलग मौजा से अधिकतम 5 लोग पैदल न आकर वाहन से आयेंगे।
बैठक के दौरान उपायुक्त छवि रंजन ने कहा कि विभिन्न सरना समितियों को ही समाधान निकालना है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार की ओर से जो आदेश दिया गया है उसे लागू करने में सरना समितियां सहयोग करें। कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रहते हुए सरकार के दिशा निर्देशों का अनुपालन करतेे हुए पर्व मनायें।
सिटी एसपी सौरभ कुमार ने कहा कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए कोरोना से संबंधित दिशा निर्देशों का पालन सभी समितियां करें, ये सबकी बेहतरी के लिए है।