बिहार की राजधानी पटना के बाद अब झारखंड की राजधानी राँची में भी 50 स्थान पर इमरजेंसी कॉल बॉक्स (ECB) लगाए गए हैं। संकट के समय में कोई भी व्यक्ति इसका इस्तेमाल कर पायेंगे।स्मार्ट सिटी स्थित पुलिस कंट्रोल रूम में इसके लिए शहर के सभी थानेदारों को ट्रेनिंग भी दी गई। मंगलवार को इसका ट्रायल किया गया।
क्या होगा फ़ायदा:
इमरजेंसी कॉल बॉक्स (ECB) में एक गहरे लाल रंग का हेल्प बटन होगा जिसे दबाते ही सीधे पुलिस कंट्रोल रूम में बैठे लोगों को सूचना चली जाएगी। ECB के पास एक सीसीटीवी कैमरा लगा होगा जिसके माध्यम से बटन दबाने वाले व्यक्ति को कंट्रोल रूम में बैठे पुलिसकर्मी देख पायेंगे, जिससे यह पता लगाने में आसानी होगी की संबंधित व्यक्ति किस मुसीबत में है और उसे कैसी सहायता की ज़रूरत है। पूरी जानकारी मिलने के बाद उस व्यक्ति की मदद के लिए पीसीआर या टाइगर पुलिस को मौके पर भेजा जाएगा। अब अपराधी और उसके वाहन की सारी जानकारी सीसीटीवी में कैद तो होंगे ही, साथ ही तुरंत पुलिस को घटनास्थल की सूचना भी मिल जाएगी। इसके बाद पुलिस तत्काल सक्रिय हो जाएगी। शहर के 50 प्रमुख इलाकों में सड़क के किनारे अपराध नियंत्रण एवं किसी आपराधिक मामले में त्वरित कार्रवाई के लिए इमरजेंसी कॉल बॉक्स लगाए गए हैं। इसका प्रयोग कॉल बॉक्स लगे स्थान और आसपास के इलाके में अपराध, अगलगी, सड़क दुर्घटना समेत किसी भी तरह की घटना होने पर आमजन द्वारा सूचना देने के तौर पर किया जाएगा।
पुलिस को दिया गया प्रशिक्षण :
मंगलवार को रांची के धुर्वा स्थित स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम में ज़िले के सभी थानेदारों को इमरजेंसी कॉल बॉक्स (ECB) के बारे में बताया गया और उससे संबंधित ट्रेनिंग दी गई। पुलिसकर्मियों को अभी निर्देश दिया गया है कि वह इसका जोर शोर से प्रचार प्रसार करें ताकि लोगों को इस बारे में जानकारी मिल सके और किसी भी तरह की मुसीबत आने पर वह पुलिस की सहायता ले सकें। रांची के सीनियर एसपी किशोर कौशल ने बताया कि फिलहाल इमरजेंसी कॉल बॉक्स ECB) का ट्रायल चल रहा है, जल्द ही पूरे शहर में मौजूद सभी 50 ECB को एक साथ चालू कर दिया जाएगा।
आम लोगों में इसके प्रति जागरूकता फैलाने पर ज़ोर :
वर्तमान में राजधानी के भीड़भाड़ वाले 50 स्थान पर इमरजेंसी कॉल बॉक्स (ECB) लगाया गया है। कॉल बॉक्स पर मौजूद लाल रंग के हेल्प बटन को जैसे ही कोई दबाता है, बॉक्स से आवाज आने लगती है। वह आवाज सीधे पुलिस कंट्रोल रूम में जाती है, इसके साथ ही कॉल बॉक्स के पास लगे कैमरे ऑन हो जाते हैं और जो व्यक्ति मदद मांग रहा है वह पुलिसकर्मियों को साफ-साफ दिखाई देने लगता है। उसकी आवाज भी स्पष्ट सुनाई देती है। इमरजेंसी कॉल बॉक्स (ECB) का प्रचार प्रसार जोर शोर से करने की रणनीति पर रांची पुलिस काम कर रही है, ताकि शहर में मुसीबत में फंसे लोगों को मदद मिल सके। रांची पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि बिना किसी भय के चिंतामुक्त होकर अपने आस-पास लगे इमरजेंसी कॉल बॉक्स (ECB) का प्रयोग करें। घटना की सूचना देनेवाले की पहचान को गुप्त रखा जाएगा।