रांची। फादर स्टेन स्वामी की मौत के ज़िम्मेदार दोषियों को सजा देने के लिए आंदोलन तेज होगा। यह फैसला सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ताओं की मंगलवार को महेंद्र सिंह भवन, माले राज्य कार्यालय, रांची में आयोजित बैठक में लिया गया। सर्व प्रथम फादर स्टेन स्वामी को दो मिनट का मौन श्रद्धांजलि देने के पश्चात बैठक की कार्रवाई शुरू हुई। बैठक में सभी ने एक स्वर से कहा कि फादर की मौत नहीं, बल्कि न्यायिक हत्या हुई है। दोषियों को जबतक सजा नही होती है, आंदोलन और तेज होगा। इस आंदोलन को गति देने के लिए 9 अगस्त को भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य रांची आयेंगे। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं, कार्यकर्ताओ से मिलकर एकताबद्ध आंदोलन पर रणनीती बनेगी। मौके पर मौजूद कार्यकर्ताओं द्वारा फादर स्टेन स्वामी को शहीद का दर्जा दिया गया। कहा कि फादर झारखंड के जंगल जमीन बचाओ आंदोलन के रोल मॉडल हैं। इनकी शहादत आंदोलनकारियों में नई ऊर्जा का संचार करेगा। अध्यक्षता दयामणी बरला ने किया। जबकि संचालन नदीम खान ने किया। श्रृद्धांजलि कार्यक्रम में महेंद्र पीटर, प्रेमचंद मुर्मू, भाकपा माले के राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद, शुभेंदु सेन ,भुवनेश्वर केवट ,माकपा के प्रकाश विप्लव,आलोका कुजुर, सुखनाथ लोहरा ,अनिर्बन बोस ,वीरेंद्र कुमार , भाकपा के एके रशीदी,अजय सिंह ,राजद के राजेश यादव, सुशांतो मुखर्जी , एसयूसीआई के सुमित राय, मंटू पासवान ,मुफ्ती अब्दुल्लाह अजहर कासमी, आकाश रंजन सहित अन्य उपस्थित थे।