रांची। ज़ेवियर समाज सेवा संस्थान (एक्सआईएसएस) रांची ने बैच 2019-21 के स्नातक छात्रों को सम्मानित करने के लिए 60वें दीक्षांत समारोह का आयोजन फा. माईकल वेन डेन बोगार्ट एस.जे. मेमोरियल ऑडिटोरियम में शुक्रवार को किया।
कोविड-19 महामारी के बीच इस साल के दीक्षांत समारोह का आयोजन हाइब्रिड मॉडल पर किया गया, जिसमें कुछ छात्र संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किए गए, तो देश के अन्य शहरों में बैठे अन्य छात्र वर्चुअल माध्यम से इस कार्यक्रम का हिस्सा बने और अपना डिप्लोमा प्राप्त किया। पूरे कार्यक्रम का सीधा प्रसारण एक्सआईएसएस के यूट्यूब चैनल पर भी किया गया। दीक्षांत
समारोह के मुख्य अतिथि टाटा मोटर्स के प्लांट हेड विशाल बादशाह थे। जिन्होंने 2019-2021 बैच के 298 विद्यार्थियों को डिप्लोमा, मेडल एवं छात्रवृत्ति से सम्मानित किया।
समारोह की शुरुआत मुख्य अतिथि, निदेशक, सहायक निदेशक और कार्यक्रम प्रमुखों (एचओपी) के नेतृत्व में दीक्षांत समारोह परेड के साथ हुई, जिसके बाद दीप प्रज्ज्वलन के साथ प्रार्थना गीत गाकर कार्यक्रम आगे बढ़ाया गया।
एक्सआईएसएस शासी निकाय के अध्यक्ष, फा. अजित खेस (एसजे) ने दीक्षांत समारोह के उद्घाटन की घोषणा की। उन्होंने अपने स्वागत भाषण में मुख्य अतिथि के प्रति इस अवसर की शोभा बढ़ाने के लिए संस्थान की ओर से आभार व्यक्त किया।
डॉ. जोसेफ मरियानुस कुजूर एसजे, निदेशक, एक्सआईएसएस रांची ने शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के लिए वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए इस अवधि के दौरान संस्थान की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। स्नातक हो रहे छात्रों को अपनी बधाई देते हुए डॉ. कुजूर ने कहा कि हम देश और समाज की सेवा के लिए समर्पित प्रबंधकों और जागरूक नागरिकों के एक और बैच का सम्मान करते हैं, हमें इन पर बहुत गर्व है। उन्होंने
“2019-21 के बैच को स्नातक होने पर बधाई देते हुए पिछले दो वर्षों में इस संस्थान के प्रति समर्पण के लिए स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक विजेताओं के साथ-साथ नकद पुरस्कार और संस्थागत छात्रवृत्ति के विजेताओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि दुनिया का भविष्य युवा पेशेवरों पर निर्भर करता है। मुझे पूरा विश्वास है कि स्नातक बैच देश के भविष्य को और उज्जवल बनाने में सफल होगा।
मौके पर मुख्य अतिथि टाटा मोटर्स के प्लांट हेड विशाल बादशाह ने अपने दीक्षांत भाषण में एक्सआईएसएस की उपलब्धियों के लिए सराहना की।
श्री बादशाह ने ‘एक्सिस 2021″ एक्सआईएसएस की वार्षिक पत्रिका के साथ अन्य प्रकाशनों को जारी करके संस्थान को सम्मानित किया। तत्पश्चात उन्होंने मानव संसाधन प्रबंधन, ग्रामीण प्रबंधन, वित्तीय प्रबंधन, विपणन प्रबंधन और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे विभिन्न कार्यक्रमों से 11 स्वर्ण पदक, 9 रजत और 6 कांस्य पदक और दो नकद विजेताओं को सम्मानित किया।
फा. अजित खेस एसजे ने नवगठित तीन संस्थागत छात्रवृत्तियों की घोषणा की, जो हैं फा. माइकल वैन डेन बोगर्ट एसजे मेमोरियल स्कॉलरशिप एससी/एसटी वर्ग के मेधावी छात्रों के लिए; फा. माइकल अल्बर्ट विंडी एसजे मेमोरियल स्कॉलरशिप सभी श्रेणी के मेधावी छात्रों के लिए और फा. लुइस फ्रेंकेन एसजे मेमोरियल स्कॉलरशिप सभी श्रेणियों के छात्रों के समग्र प्रदर्शन के लिए, जो 30 छात्रों को प्रदान किया जा रहा है। इसके बाद संबंधित कार्यक्रमों के प्रमुख (एचओपी) ने 298 छात्रों के नामों की घोषणा की, जिन्हें बैच 2019-21 के डिप्लोमा से सम्मानित किया गया।
फा. माईकल वेन डेन बोगार्ट एस.जे. मेमोरियल अवार्ड हर वर्ष संस्थान के एक सफल पूर्व छात्र को दिया जाने वाला सम्मान है जो इस वर्ष अमित बनर्जी, संस्थापक निदेशक, संपर्क को दिया गया, जो ग्रामीण प्रबंधन कार्यक्रम के पूर्व छात्र रहे है।
डॉ. प्रदीप केरकेट्टा एस.जे., सहायक निदेशक, एक्सआईएसएस ने कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन किया। इस कार्यक्रम में फा. जेवियर सोरेंग एस.जे., सुपीरियर, एक्सआईएसएस, फा. फ्रांसिस डेविड कुल्लू एस.जे., वित्त अधिकारी, एक्सआईएसएस के साथ डॉ. रमाकांत अग्रवाल, प्रमुख पीजीडीएम (मानव संसाधन प्रबंधन); डॉ. हिमाद्री सिन्हा, प्रमुख, पीजीडीएम (ग्रामीण प्रबंधन); डॉ. महुआ बनर्जी, प्रमुख, पीजीडीएम (आईटी); डॉ. अरूप मुखर्जी, प्रमुख, पीजीडीएम (वित्त प्रबंधन) और डॉ. पिनाकी घोष, प्रमुख, पीजीडीएम (विपणन प्रबंधन) सहित अन्य प्रोफेसरगण भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. कुमार मोहित स्प्रिंग एवं डॉ. राजश्री वर्मा ने किया।