रांची। निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ झारखंड अभिभावक संघ द्वारा पूर्व घोषित चरणबद्ध कार्यक्रम के तहत सोमवार को राजधानी के लालपुर चौक में हस्ताक्षर अभियान का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर सैकड़ों अभिभावकों ने हस्ताक्षर कर समर्थन देते हुए कहा कि राज्य सरकार को इस मुद्दे पर संवेदनशील होना चाहिए और करोना महामारी के दौर में अभिभावकों के दर्द को भी समझना चाहिए। झारखंड अभिभावक संघ के अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि इस महामारी में भी जो निजी स्कूल आपदा में अवसर तलाशे हुए हैं, उनके खिलाफ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कोई निर्णय नहीं ले पा रहे हैं।
अजय राय ने कहा कि सरकारी स्कूलों की दुर्दशा से सब वाकिफ हैं। आजादी के 70 साल बाद भी सरकारी विद्यालयों में बच्चे टाट -पट्टियों पर बैठ कर शिक्षा लेने को विवश हैं।
उन्होंने कहा कि जब सरकारों के पास सभी योजनाओं के लिए फंड है, तो फिर सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों से बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर देने के लिए फंड क्यों नहीं?
अजय राय ने कहा कि राज्य के प्राइवेट स्कूलों के संचालकों पर राज्य सरकार का कोई अंकुश नहीं रह गया है अभिभावक निजी स्कूल प्रबंधन द्वारा लगातार शोषित हो रहे हैं। सरकार का कोई शिकंजा प्राइवेट स्कूलों पर नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि यदि यथाशीघ्र निजी स्कूलों द्वारा किए जा रहे शोषण पर रोक नहीं लगाया गया, तो राज्यस्तरीय आंदोलन के तहत अभिभावक पूरे झारखंड में निजी स्कूलों के विरुद्ध आंदोलन का बिगुल फूंकेंगे। हस्ताक्षर अभियान कार्यक्रम सफल बनाने में ललित मिश्रा ,निरंजन शर्मा ,निरंजन मोदी ,अमित अग्रवाल ,मनोज शर्मा ,ब्रजेश तिवारी,छोटू कुमार ,संजय सर्राफ ,अभय पांडेय ,बजरंग कुमार आदि की भूमिका सराहनीय रही। उन्होंने बताया कि मंगलवार को मौन धरना का कार्यक्रम है।
निजी स्कूलों के खिलाफ झारखंड अभिभावक संघ का आंदोलन शुरू, हस्ताक्षर अभियान को अभिभावकों ने सफल बनाया
Sourceनवल किशोर सिंह