Sunday, April 28, 2024
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यास : ३१ साल पुराना रिकॉर्ड टूटा,कहीं गिरे दीवार और पेड़ तो कहीं बहे पुल और गाड़ियाँ

यास चक्रवात के साथ आए बारिश ने झारखंड में मचाई तबाही।

रांची :

चक्रवाती तूफान यास के कारण झारखंड के विभिन्‍न हिस्‍सों में पिछले 24 घंटे से लगातार बारिश हो रही है। लगातार हो रही बारिश की वजह से नदियां उफान पर है। कई जगह पेड़ उखड़ गए। कई इलाकों में पानी भर गया, तो कई जगह डायवर्सन बह जाने की वजह से आवागमन बाधित हो गया।

रांची में सर्वाधिक बारिश का ३१ साल पुराना रिकॉर्ड टूटा:

रांची में सर्वाधिक बारिश का पिछला रिकॉर्ड 17 मई 1990 का था। उस वक्त रांची में मई महीने में 72.2 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी। मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक राजधानी रांची में मई माह में बारिश का 31 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया। केवल पिछले 24 घंटे में ही राजधानी रांची में 151 मिटी बारिश रिकॉर्ड की गई है। ये नया रिकॉर्ड है। 

बुंडू तमाड़ बॉर्डर में कांची नदी पर करोड़ों की लागत से बना हाराडीह – बुढ़ाडीह पुल भी इस बारिश को बर्दाश्त नही कर पाया :

यह पुल तमाड़, बुंडू और सोनाहातु को जोड़ता था।यह पुल तमाड़ के हेठ‌बुढ़ाडीह और हाराडीह‌ गांव को जोड़ता था। कल देर रात जोरदार बारिश में गिर गया। लगभग १० करोड़ के लागत से बने इस पुल का शिलान्यास २०१४ में किया गया था। २०१९ में पुल बनकर तैयार हो गया और आम जनों के लिए खोल दिया गया था। दो साल पहले बने इस पुल का विधिवत उद्घाटन तक नहीं हो पाया। महज दो साल में ही यह पुल दम तोड़ दिया। हालांकि पुल के गिरने से किसी जानमाल का नुकसान नहीं हुआ… पर बुंडू, तमाड़, सोनाहातू और राहे प्रखंड के कई गांवों का संपर्क टूट गया। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि घटिया और कमजोर पुल की ओर स्थानीय विधायक और प्रशासन का ध्यान कई बार दिलाया गया। किसी ने गौर तक नहीं किया। आख़िरकार पुल गिर ही गया।

सरायकेला की खरकाई नदी उफान पर:

लगातार हो रही बारिश के कारण सरायकेला की खरकाई नदी उफान पर है। पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। गुरुवार को सेखरकाई का तितिरविला पुल डूबने से राजनगर प्रखंड का आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है। पानी पुल के ऊपर से बह रहा है।सरायकेला के संजय नदी व चाईबासा के रोरो और कारो नदी में बाढ़ आ गई। नदी में पानी बढ़ने के कारण निचले इलाकों में बसे लोगों को सुरक्षित स्‍थान पर शिफ्ट कराया गया।

सिमडेगा में विशालकाय पेड़ गिरा :

सिम
सिमडेगा के बानो में विशालकाय पेड़ बीच सड़क पर गिर गया। वहीं खूंटी और दुमका में भी बिजली के तार पर पेड़ गिर गया। जिससे आवागमन प्रभावित हो गया।

राजधानी के खेलगाँव में सड़क पर पेड़ गिरा:

अत्यधिक बारिश के कारण राजधानी के खेलगाँव इलाक़े में सड़क पर एक पेड़ गिर गया जिसके कारण आवागमन कुछ समय तक बाधित रहा।

बरातियों से भरी बोलेरो देखते ही देखते बहने लगी:

घटना लातेहार के सदर प्रखंड के तुपू हेसला गांव के पास धरधरी नदी में घटी। नदी पर पुल नहीं होने के कारण नदी पार करके ही वाहनों को गुजरना पड़ता है। इसी दौरान यह घटना घटी। जब हेसला से तूपु जा रहे बारातियों को लेकर वाहन नदी के किनारे पहुंचा तो पानी कम था। चालक ने नदी पार करने की कोशिश की। इसी दौरान नदी में अचानक से बाढ़ आ गई और बोलेरो उसमें फंस गई। जिसके बाद ड्राइवर और अन्य चार बारातियों ने कूद कर अपनी जान बचाई। लोगों ने बताया कि पानी की धार इतनी तेज थी कि वाहन नदी में ही पलट गया और बहने लगा। ग्रामीणों ने मोटे रस्से से बांध कर वाहन को दूर जाने से बचाया। वाहन गांव के ही प्रेम प्रजापति का बताया जा रहा है।

मकान की दीवार गिरने से पिता-पुत्र की मौत

राजधानी के धुर्वा इलाक़े में जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के सेक्टर-5 में लगातार हो रही बारिश के कारण मकान की दीवार गिरने से पिता-पुत्र की मौत हो गई। हादसे के समय दोनों पिता-पुत्र कमरे में साथ सो रहे थे। तड़के सुबह 6 बजे बारिश के कारण अचानक दीवार गिर गई। दोनों दीवार के नीचे दब गए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।मृतक की पहचान 26 साल के शंकर पांडे और उनके एक वर्ष के पुत्र ऋषभ पांडे के रूप में हुई है।
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