नवल सिंह
रांची: ऑल इंडिया स्माल एंड मीडियम जर्नलिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के झारखंड, बिहार व बंगाल प्रभारी प्रीतम सिंह भाटिया ने कहा है कि झारखंड में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग को लेकर सभी संगठनों की एकजुटता जरूरी है। उन्होंने कहा कि राज्य में पत्रकारों के साथ हो रहे अन्याय और हमले को लेकर आए दिन रोष मार्च निकाले जा रहें हैं, लेकिन सरकार इसकी लगातार अनदेखी कर रही है। ऐसे में पत्रकारों के हितों के संरक्षण के लिए संघर्षरत सभी संगठनों को एकजुट होकर, एक मंच पर आकर आवाज बुलंद करने की आवश्यकता है। भाटिया ने कहा कि कई जिलों में स्थानीय स्तर पर पत्रकारों ने जोरदार प्रदर्शन कर पूरे राज्य को संदेश देने का काम किया है, तो वहीं, कुछ ऐसे जिले भी हैं जहां पत्रकारों पर हमले को लेकर किसी तरह का विरोध प्रदर्शन नहीं हुआ है।
कुछ ऐसे भी जिले हैं, जहां धरना-प्रदर्शन तो हुआ, लेकिन वहां मांग सिर्फ बैजनाथ महतो के हमलावरों की गिरफ्तारी तक ही सीमित होकर रह गई। धरने पर बैठे पत्रकार साथी चाहते तो पत्रकार सुरक्षा कानून और अन्य जिलों में हो रहे हमलों का भी विरोध कर सकते थे।
उन्होंने कहा कि पत्रकार हित को लेकर एआईएसएम-जेडब्ल्यूए सभी पत्रकार संगठनों के साथ है और जो मुखर होकर पत्रकारहित की आवाज उठाएंगे, हम उनका समर्थन करेंगे।
श्री भाटिया ने एआईएसएम -जेडब्ल्यूए को झारखंड में पत्रकारहित में अब तक का सबसे संघर्षशील संगठन बताते हुए कहा है कि एसोसिएशन राज्य में लगातार सक्रिय है। उन्होंने कहा कि जब तक राज्य में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू नहीं होगा, तब तक एसोसिएशन के बैनर तले पत्रकारों का संघर्ष और विरोध जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को पत्रकारों के लिए सुरक्षा कानून लाने की जरूरत है। यदि केंद्र सरकार सुरक्षा कानून लाती है, तो उसे सभी राज्यों में लागू करना जरूरी हो जाएगा।