गया । शनिवार को ज्ञान गंगा विद्यालय परिसर में धूम-धाम से मनाया गया गीता जयन्ती समारोह। कार्यक्रम की शुरूआत विद्यालय के निदेशक श्री राम स्वरूप विद्यार्थी, मुख्य अतिथि इस्कॉन टेम्पल डेल्हा के प्रमुख राहुल प्रभुजी तथा अन्य गणमान्यों प्रो. बालाजी सतपथी, प्रो. जितेन्द्र कुमार मन्टू, सुदामा प्रजापती, प्रो. पूनम कुमारी एवं आशा कुमारी ने दीप प्रज्वलीत कर किया । विद्यालय के निदेशक ने अपने सम्बोधन में श्रीमद्भगवदगीता पर प्रकाश डाला और कहा कि गीता हिंदू धर्म को एक पवित्र ग्रंथ है। गीता के उपदेश में समस्त जीवन का सार छिपा हुआ है। गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने व्यक्ति के जीवन में आने वाल कई परेशानियों को कम करने और सुख-शांति से जीवन जीने के बारे में विस्तार से बताया गया है। श्रीमद्भगवदगीता में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन के मन में महाभारत के युद्ध के दौरान पैदा होने वाले भ्रम को दूर करते हुए जीवन को सुखी और सफल बनाने के लिए उपदेश दिए थे। युवावर्ग को सही दिशा प्रदान करने के लिए प्रत्येक वर्ष विद्यालय परिवार संत श्री आसारामजी बापू की सत्प्रेरणा एवं योग वेदान्त सेवा समिति गया के सहयोग से गीता जयन्ती का आयोजन करता रहेगा। गीता जयन्ती पर इस्कॉन टेम्पल के सहभागियों द्वारा भजन कीर्तन कराया गया। विद्यालय के बच्चों के बीच सप्तशलोकी गीता का पाठ कराया गया एवं श्रीमद्भगवदगीता के श्लोक पठन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान रिमझिम कुमारी, द्वितीय स्थान वैष्णवी कुमारी, तृतीय स्थान सिया कुमारी ने प्राप्त किया। कई अभिभावकों ने विद्यालय के प्राचार्या बिन्दी कुमारी को इस प्रकार के कार्यक्रम के आयोजन के लिए धन्यवाद दिया। ज्ञान गंगा एजुकेशनल ट्रस्ट एवं श्री योग वेदान्त सेवा समिति के सम्मलित सहयोग से गरीब, असहाय एवं दिव्यांग जनों के बीच कम्बल वितरण किया गया कार्यक्रम में ज्ञान गंगा एजुकेशनल ट्रस्ट के ट्रस्टी सावित्री देवी, मिथलेश प्रसाद एवं संतोष कुमार सुमन भी मौजूद थे।