देशपत्र डेस्क
रांची। आजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में भारतीय योग और प्रबंधन संस्थान (आईआईवाईएम), हरियाणा के सहयोग से सीएमपीडीआई के रबीन्द्र भवन में आयोजित ‘‘तनाव प्रबंधन से आनंदमय जीवन की शैली’’ पर दो दिवसीय कार्यशाला का रविवार को समापन हुआ।
सत्र में एके सिंह, निदेशक, आईआईवाईएम, पूर्व-सीएमडी, बीसीसीएल ने सुखी जीवन के लिए शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और आध्यात्मिक कल्याण पर जोर दिया। श्री सिंह ने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए विभिन्न योग मुद्राओं/पोजीशन्स का भी प्रदर्शन किया।
आईआईवाईएम के राजीव कुमार नायर (ज्ञानामृतजी) ने इस बात पर जोर दिया कि अंतर-आत्मा और बाहरी दुनिया के साथ सकारात्मक संबंध कैसे बनाए रखें। एक अन्य सत्र में प्रेरक प्रशिक्षक/आचार्य अमरेश झा ने व्यक्तिगत विकास के लिए आत्म-निरीक्षण और पूर्व-निरीक्षण के माध्यम से विचार प्रक्रिया पर जोर दिया।
वक्ताओं ने कहा कि दो दिवसीय कार्यशाला बहुत ही लाभकारी रहा। क्योंकि इसमें भाग लेने वाले प्रतिभागी कुछ छोटे-छोटे बदलाव लाकर अपने जीवन को सुखमय एवं आनंदमय बना सकते हैं। इस कार्यशाला के प्रतिभागियों को नियमित आदतों में बदलाव, सोचने का तरीका, मेडिटेशन, आत्म-प्रेरणा, कृतज्ञता, दृढ़ संकल्प, दृष्टि और योग विषय पर आचार्यगण द्वारा सलाह-विचार प्रदान किए गए । इस कार्यशाला में 100 से अधिक सदस्यों ने भाग लिया। उक्त जानकारी महाप्रबंधक (टीएस/पीआर) संजय कुमार दुबे ने दी।