गया । जेल परिसर स्थित 159वीं वाहिनी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल मुख्यालय में शुक्रवार को 75वें गणतंत्र दिवस समारोह बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर सीआरपीएफ कमांडेंट कुमार मयंक ने क्वार्टर गार्ड पर सलामी ली तथा झंडातोलन किया साथ ही शहीदों को शौर्य गाथा को याद करते हुए उन्हें श्रद्धा पूर्वक नमन किया गया।इस अवसर पर कमांडेंट कुमार मयंक ने सभा को संबोधित किया और सभी लोगों और उनके परिवार के सदस्यों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने उन सभी बहादुरों के नाम भी पढ़े जिन्हें इस गणतंत्र दिवस पर वीरता और प्रतिष्ठित पदकों से सम्मानित किया गया था।उन्होंने ने कहा कि आज ही के दिन भारत का संविधान अस्तित्व में आया और भारत वास्तव में एक संप्रभु देश बना किसी भी देश के नागरिक के लिए उसका संविधान उसे जीने और समाज में रहने की आजादी देती है। देश की रक्षा में सीआरपीएफ की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ देश का एक ऐसा सशस्त्र बल है जो कानून व्यवस्था बनाए रखने में बुनियादी भूमिका में राज्यों की मदद करता है। जवान देश के विभिन्न दुर्गम एवं अति संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात आतंक वादियों तथा चरमपंथियों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे गया। जिला में भाकपा माओवादी संगठन की मांद में घुसकर सीआरपीएफ के अधिकारियों और जवानों ने अदम्य साहस का परिचय दिया है। जिसके कारण हाल के वर्षो में हमारे इलाके में माओवादियों का प्रतिशत काफी कम हुआ है और अब वह अपनी जान बचाने की फिराक में इधर उधर भाग रहे हैं।नक्सल विरोधी अभियान के अलावे सीआरपीएफ के द्वारा सुदूर इलाकों में चलाए जा रहे सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत कल्याणकारी योजनाओं के कारण काफी संख्या में युवा भटकने से रोका गया है। उन्होंने ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें इस बात का गर्व है कि सीआरपीएफ के जवान तथा अधिकारी देश की सुरक्षा व आन बान की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व निछावर करने के पीछे नहीं रहते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इस गरिमा को बनाए रखने और उससे भी उत्कृष्ट कार्य करने के लिए हम दृढ़ संकल्पित है।कार्यक्रम के अंत में सभी अधिकारियों तथा जवानों के बीच मिठाई का वितरण किया गया। मौके पर द्वितीय कमान अधिकारी लोकेश गौतम , डिप्टी कमांडेंट अमिताभ कृष्ण यादव, डिप्टी कमांडेंट उत्तम कुमार,चिकित्सा पदाधिकारी डॉ उपासना, डॉ कासिफ राज़ा सहित अधिकारी व जवान उपस्थित थे।