बिहार की राजधानी पटना में सुशासन का दौर और बेखौफ अपराधियों का तांडव निरंतर जारी है। राजधानी में प्रशासन को एक और चुनौती देते हुए अपराधियों ने बुधवार की देर रात एक पूर्व पंचायत समिति सदस्य को गोलियों से भून डाला जिससे घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। घटना मनेर थाना क्षेत्र के ब्रम्हचारी गांव की है। पूर्व पंचायत समिति सदस्य अरुण राय जब देर रात भट्ठा से लौट कर अपने घर जा रहे थे, उसी समय अपराधियों ने उनपर गोलियों की बौछार कर दी। मृतक की पहचान शेरपुर पंचायत के पूर्व पंचायत समिति सदस्य 40 वर्षीय अरुण राय के रूप में की गई है।
भट्ठा से घर लौटने के दौरान हुई घटना
अरुण राय को 5 गोली लगी है जिससे घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। ग्रामीणों का कहना है कि घटना के बाद अपराधी मोटरसाइकिल से हथियार लहराते हुए वहां से फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही आसपास के लोगों ने आनन-फानन में पूर्व पंचायत समिति सदस्य को अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलने पर मनेर थाने की पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची और पूर्व पंचायत समिति सदस्य के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए दानापुर अनुमंडल अस्पताल भेज दिया। पुलिस का कहना है कि शेरपुर पंचायत के पूर्व पंचायत समिति सदस्य अरुण राय बीती रात भट्ठा से लौट कर अपने घर जा रहे थे। तभी ब्रम्हचारी गांव में पूर्व से घात लगाए 6-7 अपराधियों ने उन पर उन्हें घेर लिया और ताबड़तोड़ गोलियां चलाने लगे। घटना के बाद से पूरे गांव में दहशत का माहौल कायम हो गया है।
पुराने विवाद में हत्या का आरोप
परिजनों का कहना है कि ईंट भट्ठे की जमीन की लीज के पुराने मामले को लेकर गांव के ही पूर्व पंचायत समिति सदस्य अरुण राय की रामबाबू राय और कुछ लोगों से विवाद चल रहा था। विवाद से संबंधित यह मामला न्यायालय में चल रहा है। परिजनों का कहना है कि रामबाबू राय और उनके लोगों ने ही इस घटना को अंजाम दिया है।
पहले भी दी गई थी हत्या कि धमकी
मृतक के भाई का आरोप है कि आरोपियों के द्वारा लगातार धमकी दी जा रही थी। जिसकी शिकायत कई बार थाना से लेकर एसएसपी और डीजीपी तक किया गया था। लेकिन पुलिस की तरफ से किसी तरह का कोई एक्शन नहीं लिया गया। परिणाम यह हुआ कि आरोपियों ने कल रात मेरे भाई की हत्या कर दी। फिलहाल घटना को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।