छपरा में 15 की हुई मौत,ज़हरीली शराब से मौत का दावा,थानाध्यक्ष निलंबित, चौकीदार गिरफ्तार

छपरा में 15 लोगों की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गयी। पूरे मामले की जांच के लिए एक टीम बनाने का निर्देश सारण के डीएम को दिया गया है।

छपरा में 15 की हुई मौत,ज़हरीली शराब से मौत का दावा,थानाध्यक्ष निलंबित, चौकीदार गिरफ्तार

छपरा:

बिहार के छपरा में हुई 15 लोगों की मौत ने एक बार फिर सुशासन बाबू की सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। सारण जिले में शुक्रवार को और तीन लोगों की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गयी। इसके साथ ही छपरा सदर और मढ़ौरा अनुमंडल के मढ़ौरा, मकेर व अमनौर प्रखंडों में अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, एक व्यक्ति की आंखों की रोशनी चली गयी है। प्रशासन चौथे दिन भी मौत के सही कारणों को नहीं बता पा रहा है। हालांकि, प्रशासन ने पहले मौत का कारण ठंड लगाना बताया था, लेकिन मृतकों के कुछ परिजनों और अन्य लोगों ने शराब पीने की बात बतायी। मृतकों के परिजनों ने सीधा कहा कि ठंड से कोई मौत नहीं हुई बल्कि जहरीली शराब (Poisonous Liquor) पीने से जान गई है। मकेर थाना क्षेत्र के जनता बाजार में महिला चीख-चीख कर कह रही थी कि जहरीली शराब से मौत हुई है। 30 वर्षीय सूरज की जहरीली शराब से मौत की बात सामने आई। परिजनों का कहना था कि सही समय पर जानकारी नहीं मिली और इलाज नहीं हो सका जिसके कारण ये घटना हो गई।

शराब से मौत का दावा

मृतकों के परिजनों ने शराब से मौत का दावा किया तो डीएम राजेश मीणा तथा एसपी संतोष कुमार ने संयुक्त रूप से मकेर और अमनौर प्रखंड के जगदीशपुर जनता बाजार सहित अन्य प्रभावित गांवों में पूछताछ की। मढ़ौरा थाना क्षेत्र के कर्णपुरा में राजेश शर्मा की भी मौत हुई है। राजेश की पत्नी का कहना है कि जहरीली शराब पीने की वजह से उसके पति की मौत हो गई। गांव का एक व्यक्ति शराब बनाता था। उसने ही उसके पति को शराब पिलाई थी जिससे पति की मौत हो गई। वहीं, कर्णपुरा में कुछ और लोगों ने भी जहरीली शराब से मौत की बात कही। पूछताछ के बाद शराब से मौत को भी एक पक्ष मानते हुए इस पहलू पर भी जांच शुरू कर दी है।

इस मामले में पुलिस अधीक्षक की ओर से अनुमंडल स्तर के पुलिस पदाधिकारियों की गठित टीम ने तीन दिनों में लगभग पांच सौ लीटर अवैध शराब जब्त की है। वहीं, अवैध शराब निर्माण के एक प्लांट को ध्वस्त किया गया है।

थाना प्रभारी सस्पेंड , चौकीदार गिरफ्तार

मामले में मकेर के थानाध्यक्ष राजेश्वर प्रसाद को निलंबित कर दिया गया है। वहीं, शराब के धंधेबाजों से सांठ-गांठ करने के आरोप में चौकीदार गणेश मांझी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। अमनौर थाना प्रभारी सुजीत कुमार चौधरी ने इस मामले में मकेर थाने में चार नामजद तथा अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी है।

मृतकों में ये शामिल

अब तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें मकेर के तारा अमनौर के बनई सिंह, कैतुका नंदन के बृजबिहारी राय, नौकरा के भरत राय, अमनौर के वीरेंद्र ठाकुर, संपत महतो, परमानंद छपरा नोनिया टोली के कृष्णा महतो, अमनौर के नरसिंभानपुर के रामानंद राय, मो इशा, सुतिहार बीन टोली के सुखल महतो, सुतिहार नवादा के धनेश्वर राय, मकेर के जगदीशपुर के सूरज बैठा, मढ़ौरा के कर्णपुरा के जवाहर महतो, राजेश शर्मा, जमालपुर के मुन्ना सिंह, भुलन मांझी शामिल हैं।

घटना के बाद हो रही हाई लेवल मीटिंग

इस घटना के बाद शुक्रवार को उच्च अधिकारियों की बैठक हुई। इसमें गृह सचिव के सेंथिल कुमार, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर संजय सिंह और मद्य निषेध के आईजी अमृत राज समेत जिले के कई अधिकारी शामिल थे।

पूरी घटना पर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर संजय सिंह ने कहा कि 15 लोगों की मौत हुई है। इस मामले की जांच चल रही है, उनके परिवार वालों ने कहा है कि कुछ लोगों की ठंड की वजह से भी मौत हुई है। कुछ लोगों के बारे में यह बात जरूर सामने आई है कि उन्होंने शराब का सेवन किया था। दिक्कत इसमें ये आ रही है कि काफी लोगों ने शव का दाह संस्कार कर दिया है। सिर्फ चार लोगों का ही पोस्टमार्टम हो सका है। आवश्यकता होगी तो घटनास्थल का निरीक्षण किया जाएगा। इस मामले में पिछले दो दिनों से छापेमारी भी की जा रही है।

सारण के पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने बताया की एक एक व्यक्ति की जानकारी ली गई है और बैठक में समीक्षा की गई। अमनौर और मकेर के क्षेत्र में हम लोग अभियान चला रहे हैं कि अभी भी कोई बीमार पड़ा है तो उसका इलाज कराया जाए। अब तक कुल 15 लोगों की मौत की बात सामने आई है।