पशु मेले की जमीन भू-माफियाओं के क़ब्ज़े में ,प्रशासन बना मूकदर्शक

डीपीआर बनने के बावजूद भी प्रशासन की सुस्त रवैया के कारण दिन-प्रतिदिन भूसण्डा पशु मेले के जमीन का अस्तित्व खतरे में है।

पशु मेले की जमीन भू-माफियाओं के क़ब्ज़े में ,प्रशासन बना मूकदर्शक

अमरेन्द्र कुमार सिंह

गया
मानपुर । मानपुर प्रखंड के भूसण्डा पशु मेला पर बिहार सरकार ने स्टेडियम बनाने की घोषणा किया था, स्टेडियम तो बना नहीं, लेकिन भू-माफियाओं का कब्जा दिन-प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहा है, पशु मेला का जमीन भू-माफियाओं के चंगुल में है। जिसका परिणाम है कि शुक्रवार को दिनदहाड़े वसुंधरा पशु मेला के जमीन पर भू-माफियाओं के द्वारा अवैध मापी एवं चारदीवारी करने का काम किया जा रहा है, और प्रशासन मूकदर्शक बनी हुई है, लगातार पशु मेला के अतिक्रमण मुक्त कराने को लेकर मानपुर संघर्ष मोर्चा ने संघर्ष करने का काम किया है, बार-बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग किया गया है कि अविलंब इसका सीमांकन करवा कर इस जमीन को सुरक्षित करने का काम किया जाये, लेकिन डीपीआर बनने के बावजूद भी प्रशासन की सुस्त रवैया के कारण दिन-प्रतिदिन भूसण्डा पशु मेले के जमीन का अस्तित्व खतरे में है। जन अधिकार पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता वजीरगंज विधानसभा के प्रत्याशी राजीव कुमार कन्हैया बताया कि इस संबंध में मानपुर के अंचलाधिकारी के प्रभार में सीआई गोपालदास को इसकी सूचना दी गई है, उन्होंने कहा कि अभिलंब अवैध चारदीवारी पर रोक लगाने का काम किया जाएगा परंतु सुस्त रवैया के कारण ऐसा लग रहा है, यह हुसैन का पशु मेला के ऐतिहासिक जमीन भू-माफियाओं के कब्जे में चला जाएगा संघर्ष मोर्चा ने आह्वान किया है कि अगर शनिवार तक प्रशासन इस पर कार्रवाई नहीं करती है तो सड़क पर उतर कर इसका विरोध किया जाएगा। मेले का जमीन अवैध रूप से भू-माफियाओं के द्वारा कब्जा करना गैर कानूनी है, लेकिन प्रशासन देखकर भी अनदेखा कर रहे है, इसका नतीजा यह होगा कि मेले का जमीन पूरी तरह से भू-माफियाओं कब्जा में चला जाएगा और प्रशासन देखते ही रह जाएगी।