BIHAR INTERMEDIATE RESULT 2023- सोशल मीडिया से दूरी और मोबाइल का कम इस्तेमाल कर बनी स्टेट टॉपर
पूर्णिया ज़िले के बायसी की रहने वाली मोहद्दीसा ने ओवरऑल स्टेट टॉपर बनने के का ताज हासिल कर लिया है।

बिहार में इंटरमीडिएट का रिजल्ट आ गया है। इस रिजल्ट की सबसे खास बात यह है कि इंटरमीडिएट के तीनों ही स्ट्रीम में लड़कियों ने बाजी मारी है। साइंस स्ट्रीम में खगड़िया की आयुषी नंदन, आर्ट्स में पूर्णिया से मोहद्दीसा, कॉमर्स में औरंगाबाद से सौम्या शर्मा और रजनीश कुमार पाठक बने हैं प्रदेश के टॉपर। साइंस स्ट्रीम में आयुषी नंदन को 474 नंबर (94.8%) मिले हैं। कॉमर्स में सौम्या शर्मा और रजनीश कुमार पाठक को 475 नंबर (95%) मिले हैं।
आईएएस बनना चाहती हैं साइंस टॉपर आयुषी
साइंस स्ट्रीम में स्टेट टॉपर घोषित की गई आयुषी नंदन खगड़िया के मानसी प्रखंड के मटिहानी गांव की रहने वाली है। आयुषी की पढ़ाई खगड़िया शहर के वित्तरहित आरलाल कॉलेज से हुई है। आयुषी को 94.8 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए हैं। स्टेट टॉपर बनने पर आयुषी नंदन ने बताया कि वह आगे की पढ़ाई कर आईएएस बनना चाहती हैं। आयुषी ने बताया कि वह कोचिंग क्लास के साथ-साथ 8 से 9 घंटे तक सेल्फ स्टडी करती थी। घर से दूर होने के कारण कॉलेज कम ही जाती थी। आयुषी के अनुसार उनके माता- पिता और कोचिंग के शिक्षक का इस सफलता में विशेष योगदान है। मैट्रिक परीक्षा में भी आयुषी नौवां रैंक हासिल कर बिहार में टॉप-10 में आई थी।
सोशल मीडिया से दूर रहकर सौम्या शर्मा बनी स्टेट टॉपर
सौम्या शर्मा 475 नंबर (95%) लाकर कॉमर्स में स्टेट टॉपर बनी है। सौम्या औरंगाबाद ज़िले के रफीगंज प्रखंड में जाखिम पड़रिया गांव की रहने वाली है। उनके पिता रवींद्र शर्मा किसान हैं और माता गृहिणी हैं। चार भाई-बहनों में सबसे छोटी सौम्या वर्तमान में शहर के श्रीकृष्ण नगर मोहल्ले में रहती हैं।सौम्या ने बताया की उसका सपना था कि मेहनत कर पढ़ाई करें और टॉप रैंक लायें । अपनी मेहनत के बल पर यह सफलता हासिल की है। आज इस उपलब्धि पर वह बहुत खुश हैं। सौम्या ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता व गुरुजनों को दिया है। सौम्या चार्टर्ड अकाउंटेंट बनना चाहती है।सौम्या सोशल मीडिया में एक्टिव नहीं है और अपनी पढ़ाई को लेकर काफ़ी सीरियस रहती है ।
आईएएस बनकर समाज को संदेश देना चाहती है टॉपर मोहद्दीसा
पूर्णिया ज़िले के बायसी की रहने वाली मोहद्दीसा ने ओवरऑल स्टेट टॉपर बनने के का ताज हासिल कर लिया है। टॉपर बनने के बाद डोहबा बारी पंचायत में उनके घर पर जश्न का माहौल है। मोहद्दीसा ने बताया कि मुझे पूरी उम्मीद थी कि रिजल्ट अच्छा आएगा। मैट्रिक में भी मैंने अच्छा किया था। मैट्रिक में अच्छा रिजल्ट आने के बाद ही मैंने सोच लिया था कि आगे मुझे टॉप करना है। मोहद्दीसा के पिता का नाम मोहम्मद जुनैद आलम और माता का नाम राजिया बेगम है। अपनी बच्ची को टॉप करते देखकर दोनों बहुत खुश हैं। मोहद्दीसा ने बताया कि पढ़ाई के साथ-साथ खेल-कूद और घर के काम में भी हाथ बँटाती थी लेकिन जब पढ़ती थी, तब बाकी कोई काम नहीं करती थी। मोहद्दीसा की पढ़ाई उच्च माध्यमिक विद्यालय से हुई है। उसका कहना है कि अच्छे मार्क्स के लिए स्कूल के साथ-साथ मैंने ट्यूशन भी किया है।
मोहद्दीसा ने कहा कि उनका सपना IAS बनने का है। आखिर IAS ही क्यों बनना चाहती हैं, मोहद्दीसा का कहना है कि वे पिछड़े क्षेत्र से आती हैं जहां पर लड़कियां सिर्फ मैट्रिक या इंटर तक ही पढ़ाई कर पाती हैं। ऐसे मैं अपने क्षेत्र का नाम रौशन करना चाहती हूँ। आगे मैं IAS बन कर यहां के लोगों को एक संदेश देना चाहती हूं की हम लड़कियाँ भी पढ़कर समाज के उच्च पदों पर पहुँच सकते हैं।।सोशल मीडिया और मोबाइल के इस्तेमाल पर उन्होंने कहा कि आज के समय में मोबाइल बहुत ही जरूरी है। बस इसका इस्तेमाल सही तरीके और सही समय से किया जाए।