‘देश के जवानों की कलाइयों पर ओजस्विनी का रक्षासूत्र’ कार्यक्रम हर्षोल्लासपूर्वक सम्पन्न:-डॉ. रश्मि
गया । भाई-बहन के निश्चल स्नेह तथा अटूट विश्वास भरे रिश्ते की याद दिलाने वाले पवित्र त्योहार रक्षाबंधन के तहत अन्तरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद की महिला शाखा ‘ओजस्विनी’ द्वारा ओजस्विनी जिलाध्यक्षा डॉ. कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी के नेतृत्व में ‘देश के जवानों की कलाइयों पर ओजस्विनी का रक्षासूत्र’ कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसके अंतर्गत ओजस्विनी बहनों ने जेल परिसर में स्थित 159 बटालियन सीआरपीएफ मुख्यालय, गया में ‘सेन्ट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स’ के 159 बटालियन के जवानों की कलाइयों पर स्नेह एवं शुभकामनाओं भरे रक्षासूत्र बाँधे। कार्यक्रम का शुभारंभ ओजस्विनी अध्यक्षा डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी ने सीआरपीएफ के कमाडेंट कुमार मयंक, सूबेदार मेजर पी.एस. रॉय, इंस्पेक्टर के. पी. सिंह एवं सीआरपीएफ के सभी अधिकारियों तथा जवानों की कलाइयों पर रक्षासूत्र बाँध कर किया। तत्पश्चात डॉ रश्मि के नेतृत्व में ओजस्विनी की महामंत्री अमीषा भारती, जिलामंत्री शिल्पा साहनी, कोषाध्यक्ष प्रतिज्ञा, रजनी त्यागी, श्रेया कुमारी, निकिता केसरी, निधि प्रिया, तान्या कुमारी, लवली कुमारी, रियाश्री, शीतल साहनी, मुस्कान सिन्हा, रिया कुमारी, प्रगति कुमारी, पलक शर्मा, अमीषा सिन्हा एवं अंजली कुमारी आदि ओजस्विनियों ने देश की रक्षार्थ रात-दिन तत्पर सभी सैनिक भाइयों के कुशल स्वास्थ्य और दीर्घ आयु की कामना करते हुए विजय-तिलक लगाकर राखियाँ बाँधीं। ओजस्विनी अध्यक्षा डॉ रश्मि ने देश की सुरक्षा में तैनात रहने वाले सीआरपीएफ के जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे देश की उन्नति एवं समृद्धि का सर्वप्रथम श्रेय हमारे तपस्वी तथा कर्तव्यनिष्ठ सैनिक भाइयों को जाता है। हम सभी अगर आज सुरक्षित हैं, देश में निश्चिंत रहकर अपने जीवन को आत्मसम्मान के साथ जी पा रहे हैं, नयी-नयी उपलब्धियाँ हासिल कर पा रहे हैं, तो यह हमारे देश की सेना की निर्भीकता एवं कर्मठता का ही परिणाम है। डॉ. रश्मि ने देश के वीर जवानों का शत-शत अभिवंदन करते हुए अपनी स्वरचित काव्य पंक्तियाँ समर्पित करते हुए कहा-“मातृभूमि की रक्षा करके, इस राखी की लाज निभाना। अपने कर्म-पंथ पर भैया, निर्भय आगे बढ़ते जाना। राखी के ये धागे रक्षा करें आपकी, बनकर ढाल। रहे हमारी भारत माँ का मस्तक ऊँचा, उन्नत भाल।।” राखियाँ बँधवाते समय सभी सैनिक भावविभोर दिख रहे थे। उन सभी में अद्भुत उत्साह और जोश दिखा। सीआरपीएफ के कमाडेंट कुमार मयंक ने कहा कि ओजस्विनी से आयी बहनों को देख हमें अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। गौरवबोध हो रहा है कि हमारी देश की बहनों की शुभकामनाएं हमारे साथ हैं। अमीषा भारती ने कहा कि सैनिक भाइयों की कलाइयों पर राखी बांधना एक अविस्मरणीय तथा गौरवमय अहसास है। श्रेया ने रक्षाबंधन के इस कार्यक्रम को ओजस्विनी का अत्यंत गौरवपूर्ण आयोजन ठहराया। प्रतिज्ञा, शिल्पा एवं रिया ने कहा कि हम ओजस्विनियाँ हर वर्ष सैनिक भाइयों को राखियाँ बाँध कर उनके स्वास्थ्य और उज्ज्वल जीवन के लिए मंगलकामनाएँ करती हैं, ओजस्विनी अध्यक्षा ने रक्षाबंधन कार्यक्रम को सफल बनाने में ‘अन्तरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद’ के विभागाध्यक्ष -सह-राष्ट्रीय बजरंग दल के दक्षिण बिहार प्रांत महामंत्री शशिकांत मिश्र, अहिप, गया के संरक्षक राजू अग्रवाल, मीडिया प्रभारी अश्विनी कुमार, प्रकाश कुमार गुप्ता आदि के सहयोग और शुभकामनाओं के लिए हार्दिक आभार जताया। उन्होंने सीआरपीएफ के सभी सैनिक भाइयों एवं अधिकारियों के प्रति भी हार्दिक कृतज्ञता प्रकट की। दुर्गेश नंदिनी, डॉ ज्योति प्रिया, सोनाली, निकिता, साक्षी सिन्हा, अन्या, अंशु, पलक शर्मा, अमीषा सिन्हा, विद्या, आस्था, अनु आदि ओजस्विनी बहनों ने भी सैनिक भाइयों के लिए मंगलकामनाएँ प्रेषित की हैं। ज्ञात हो कि सेन्ट्रल रिज़र्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) भारत के केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में सबसे बड़ा है, जो भारत सरकार के गृह मंत्रालय के तहत काम करता है। देश तथा समाज में कानून-व्यवस्था को बनाये रखने में इनकी अत्यंत संवेदनशील भूमिका है। सीआरपीएफ के वीर जवान पुलिस कार्रवाई में राज्य तथा संघ शासित प्रदेशों को सहयोग प्रदान करते हैं। ये आतंकवाद के प्रबल शत्रु हैं।