एचईसी का बिजली काटा जाना पूर्वाग्रह से ग्रसित कदम : अजय राय
रांची। राज्य सरकार द्वारा मंगलवार को अचानक एचईसी की बिजली काट दिए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए झारखंड ऊर्जा विकास श्रमिक संघ के अध्यक्ष अजय राय ने कहा है कि एचईसी की बिजली का कनेक्शन काटा जाना पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर उठाया गया कदम है। उन्होंने कहा कि
केन्द्र द्वारा राज्य सरकार के खाते से डीवीसी का बकाया राशि 714 करोड़ लिया गया। इसकी प्रतिक्रियास्वरूप राज्य सरकार ने एचइसी की बिजली काट दी है।
श्री राय ने कहा कि देश की सुरक्षा से संबंधित उपकरणों के निर्माण से जुड़े कई प्रोजेक्ट अभी एचईसी में चल रहे हैं। अकस्मात बिजली काटे जाने से कारखाने का उत्पादन ठप हो गया है। सभी प्रोजेक्ट पर काम बंद हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि मृतप्राय हो चुके एचईसी कारखाना को केंद्र सरकार के सहयोग से फिर से जीवंत स्थिति में लाने का प्रयास किया जा रहा है। केंद्र सरकार के कई विभागों द्वारा एचईसी कारखाना को उपकरण निर्माण का कार्यादेश निर्गत किया गया है। ऐसे में एचईसी की बिजली काटे जाने से उत्पादन प्रभावित होगा और एचईसी द्वारा बनाए जा रहे उपकरणों के निर्माण में बाधा उत्पन्न होगी।
श्री राय ने कहा कि झारखंड ऊर्जा विकास निगम की वित्तीय स्थिति में सुधार लाना बेशक राज्य सरकार की जिम्मेवारी है, लेकिन जिस प्रकार दुर्भावना से प्रेरित होकर एचईसी की बिजली काटी गई है, अनुचित है।
उन्होंने कहा कि बकाया बिजली बिल के भुगतान को लेकर उनका संघ भी लगातार आम जनता से अपील कर रहा है। ऊर्जा विभाग के राजस्व संग्रहण में अधिकारियों के साथ भी वार्ता कर सकारात्मक पहल की जा रही है, ताकि निगम का घाटा कम से कम हो सके। लेकिन एक श्रमिक संगठन के नेता होने के नाते एचईसी के अंदर काम करने वाले श्रमिकों के दर्द को भी महसूस करते हैं। इसलिए मुख्यमंत्री से आग्रह करते हैं कि राष्ट्र निर्माण में एचईसी की महत्वपूर्ण भूमिका और उपलब्धियों को देखते हुए एचईसी की बिजली पुनर्बहाल की जाए। साथ ही एचईसी के वरीय पदाधिकारियों के साथ वार्ता कर इसका समाधान निकालें।