वैवाहिक धाम पंचदेवता मंदिर में तालाबंदी, इसके बावजूद हो रही दर्जनों शादियां
तालाबंदी के बाबजूद प्रतिदिन कई शादियां हो रही है, शारीरिक दूरी और मास्क का प्रयोग करने की अनिवार्यता के नियम की लोग धज्जियां उड़ा रहे हैं
अमरेंद्र सिंह (गया )
वैवाहिक धाम के रूप में चर्चित शेरपुरा-पंचदेवता मंदिर में तालाबंदी के बाबजूद प्रतिदिन कई शादियां हो रही है। जंहा सूचना चस्पा रहने के बाबजूद न तो शारीरिक दूरी और मास्क का प्रयोग करने की अनिवार्यता के नियम की लोग धज्जियां उड़ा रहे हैं। वैवाहिक शुभ लग्न शुरू होते ही मंदिर प्रबंधन और सेवा भारती के सदस्यों द्वारा पंचदेवता मंदिर के मुख्य द्वार में तालाबंदी कर दी गई थी।साथ ही मंदिर के दीवारों सहित परिसर में जगह जगह प्रशासन द्वारा जारी कोविड-19 के गाइडलाइन के आलोक में सूचना भी चिपका दिया गया था। बाबजूद आलम यह है कि उक्त मंदिर में प्रतिदिन कई जोड़ी दूल्हा-दुल्हन परिणय सूत्र में बंध रहे हैं।
मंदिर में विवाह के लिए जुट रही भीड़ को नियंत्रित करने में मंदिर प्रबंधन के लोग अपने आप को असहाय महसूस कर रहे हैं। विवाह के लिए आने वाले दूल्हा-दुल्हन भी पूरी तैयारी से आ रहे हैं। मंदिर में शादी के बाबजूद दूल्हे के साथ बारातियों की फौज और बैंड बाजा व नाच भी साथ आ रही है। तामझाम के साथ शादियों में आ रही बारात और वैवाहिक रस्म के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव के जो भी नियम या सरकार द्वारा गाइडलाइन जारी किया गया है उसका 5 फीसदी लोग भी पालन करना मुनासिब नही समझ रहे हैं। ऐसे में मंदिर प्रबंधकारिणी के साथ गांव के ग्रामीण भी बाहरी भीड़ से भयभीत और संक्रमण फैलने को लेकर आशंकित हैं। प्रशासन द्वारा अभी तक एक दिन भी न तो मंदिर एवं परिसर को सैनिटाइज्ड किया गया है और न ही वैवाहिक भीड़ को नियंत्रित रखने का कोई उपाय।
सेवा भारती से जुड़े लोगों ने बताया कि मंदिर प्रबंधन की ओर से मुख्य द्वार में तालाबंदी कर विवाह करने पर रोक की सूचना सार्वजनिक करते हुए परिसर में नोटिस चिपका दी गई है। लेकिन विवाह के लिए दूर-दूर से आने वाले दूल्हा-दुल्हन के साथ बारात व सराती नियम का पालन करने को लेकर कतई सजग नही दिख रहे है।