सेनेटरी-हार्डवेयर सामग्री की बिक्री घटी, व्यवसायियों की परेशानियां बढ़ी
लाॅकडाउन से 60 प्रतिशत बिक्री प्रभावित: ओपी सर्राफ
रांची। लॉकडाउन से हर क्षेत्र का व्यापार प्रभावित हो रहा है। रियल एस्टेट क्षेत्र में मंदी और भवन निर्माण का कार्य धीमा होने की वजह से सैनिटरी और हार्डवेयर उत्पादों की बिक्री में काफी गिरावट आई है। सामान्य दिनों की तुलना में लॉकडाउन के दौरान सेनेटरी उत्पादों की बिक्री में तकरीबन 60 प्रतिशत की कमी हुई है। इस संबंध में रांची सैनिटरी मरचेंट्स एसोसिएशन(रास्मा) के सचिव ओम प्रकाश सर्राफ ने बताया कि सामान्य दिनों में राजधानी रांची में सैनिटरी और हार्डवेयर से जुड़े उत्पादों की बिक्री लगभग 70 से 80 करोड़ के प्रतिमाह हुआ करती है, वर्तमान में लॉकडाउन के कारण बमुश्किल 25 से 30 करोड़ रुपए का व्यापार हो पा रहा है। उन्होंने बताया कि सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए दुकानें भी सुबह 10-11 बजे से लेकर अपराह्न 2 बजे तक ही खुल रही हैं। लाॅकडाउन में दुकानें महज तीन से चार घंटे ही खुल पाती है। इससे भी बिक्री प्रभावित हुई है। श्री सर्राफ ने कहा कि पिछले वर्ष भी लाॅकडाउन लगा था, लेकिन उस वर्ष इतनी खराब स्थिति नहीं थी। इस साल अप्रैल माह से लाॅकडाउन के कारण बाजार में कई प्रकार के प्रतिबंध होने से ग्राहकों का आवागमन काफी कम गया है। इससे बिक्री में गिरावट आना स्वाभाविक है। वहीं, रास्मा के अध्यक्ष ललित केडिया बताते हैं कि सैनिटरी से जुड़े हुए हार्डवेयर और पेंट आदि की बिक्री में भी काफी कमी आई है। उन्होंने कहा कि यदि अधिक दिनों तक यही हाल रहा, तो सैनिटरी व हार्डवेयर प्रोडक्ट से जुड़े व्यवसायियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि दुकान का किराया, बिजली बिल, जीएसटी, स्टाफ का वेतन आदि खर्च तो रुक नहीं रहा है। वहीं, बिक्री में लगभग 60 से 65 प्रतिशत तक की कमी हो गई है। इससे सैनिटरी वेयर व्यवसायियों की परेशानियां काफी बढ़ गई है। राजधानी स्थित सैनिटरी-हार्डवेयर के प्रतिष्ठान अनीश इंटरप्राइजेज, होम डिलाइट, रांची सेनेटरी, हिंदुस्तान स्टोर्स, जैन सैनिटरी, प्रेम इंडस्ट्रीज, एसके सैनिटरी, प्रेम एजेंसी सहित अन्य प्रतिष्ठानों के संचालकों ने बताया कि लॉकडाउन से सैनिटरी प्रोडक्ट्स की बिक्री में भारी गिरावट आई है। इससे सैनिटरी व्यवसायियों की परेशानियां बढ़ गई हैं।
इस संबंध में रास्मा से जुड़े एक व्यवसायी आदित्य शर्मा ने कहा कि यदि लॉकडाउन की अवधि फिर बढ़ती है तो रियल एस्टेट क्षेत्र में मंदी का दौर बरकरार रहेगा और इसका असर सेनेटरी, हार्डवेयर व अन्य संबंधित उत्पादों की बिक्री पर भी पड़ेगा।