‘शब्दाक्षर’ परिवार ने अर्पित की स्वर्गीय श्रीनिवास शर्मा को भावभीनी श्रद्धांजलि श्रीनिवास शर्मा का निधन साहित्य तथा मीडिया जगत के लिए अपूरणीय क्षति: डॉ रश्मि
अमरेन्द्र कुमार सिंह
गया । पश्चिम बंगाल के सुप्रसिद्ध समालोचक एवं साहित्यकार श्रीनिवास शर्मा के देहावसान से आहत ‘शब्दाक्षर’ परिवार ने एक शोक सभा आयोजित की, जिसमें शब्दाक्षर के संस्थापक-सह-राष्ट्रीय अध्यक्ष रविप्रताप सिंह सहित सभी साहित्यकारों ने दिवंगत आत्मा को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अपनी यादें साझा कीं। सभा की अध्यक्षता कर रहे ‘शब्दाक्षर’ के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दयाशंकर मिश्र ने श्री शर्मा के साहित्यिक जीवन की विवेचना करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए। राष्ट्रीय अध्यक्ष रविप्रताप सिंह ने श्रीनिवास शर्मा जी के साथ व्यतीत आत्मीय क्षणों को साझा करते हुए कहा कि ‘लहक’ पत्रिका के लिए उन्होंने श्री निवास शर्मा जी का अंतरंग साक्षात्कार भी लिया था, जिसकी प्रति उनके पास धरोहर के रूप में सुरक्षित है। शब्दाक्षर पश्चिम बंगाल के प्रदेश अध्यक्ष राम प्रकाश सिंह ‘सावन’ ने श्रीनिवास जी को स्मरण करते हुए कहा कि साहित्य और कविता की सुगंध कभी समाप्त नहीं होती, अमर हो जाती है। राष्ट्रीय सचिव सुबोध मिश्रा जी ने भी अपने भाव पुष्प अर्पित किए। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय शर्मा हमारी यादों में सदैव बने रहेंगे। सभा में उपस्थित पश्चिम बंगाल के सचिव कृष्ण कुमार दूबे जी ने कहा कि ‘शब्दाक्षर परिवार’ सुख और दुख दोनों में ही अपनों के साथ खड़ा रहता है। राष्ट्रीय प्रचार मंत्री बालकृष्ण ने स्वर्गीय श्रीनिवास को युवा पीढ़ी के प्रेरणादायी साहित्यिक विभूति के रूप में प्रस्तुत किया। ‘शब्दाक्षर पश्चिम बंगाल’ की प्रदेश साहित्य मंत्री अंजू छारिया ने श्रीनिवास के साहित्य तथा समाज के प्रति योगदान को अविस्मरणीय बताया। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रो जीवन सिंह ने श्री निवास को कभी न अस्त हो सकने वाले सितारे के रूप में चित्रित किया। राष्ट्रीय साहित्य मंत्री नीता अनामिका ने श्रीनिवास की समालोचना शैली पर प्रकाश डालते हुए अपनी कविता ‘आत्मा’ का पाठ किया। ‘शब्दाक्षर’ की राष्ट्रीय प्रवक्ता-सह-प्रसारण प्रभारी प्रोफेसर डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी ने 35 वर्षों से प्रतिष्ठित समाचारपत्र ‘छपते-छपते’ के उत्सव विशेषांक के वरिष्ठ संपादक रहे श्री निवास शर्मा के निधन को साहित्य तथा मीडिया जगत के लिए अपूरणीय क्षति बतलाया। दिवंगत आत्मा के प्रति भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए डॉ रश्मि ने समस्त ‘शब्दाक्षर परिवार’ की ओर से स्वर्गीय शर्मा की आत्मा की मुक्ति तथा शांति हेतु परमपिता परमेश्वर से प्रार्थना की।