झारखंड उपचुनाव : पूर्व शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के पुत्र सोमेश सोरेन घाटशिला से चुनाव लड़ेंगे
JMM कार्यकर्ताओं ने उपचुनाव में उम्मीदवारी को लेकर हेमंत सोरेन से लगाई गुहार। सोमेश ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वह सबके साथ मिलकर अपने पिता के विकास के रथ को आगे बढ़ाएंगे।

झारखंड के पूर्व शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के निधन के बाद, उनके बड़े बेटे सोमेश सोरेन घाटशिला विधानसभा सीट से उपचुनाव में मैदान में उतर सकते हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा की घाटशिला विधानसभा कमेटी ने सर्वसम्मति से उनके नाम की घोषणा कर दी है, जिसकी जानकारी पार्टी के प्रदेश आलाकमान को भी भेज दी गई है। हालांकि इस पर अंतिम फैसला पार्टी नेतृत्व की ओर से लिया जाएगा।
पिता की जिम्मेदारी को उठाने का संकल्प लिया
जेएमएम घाटशिला विधानसभा कमेटी की ओर से यह फैसला घाटशिला के माझी परगना महाल भवन में गुरुवार को हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में लिया गया। इस बैठक में घाटशिला, धालभूमगढ़, मुसाबनी और गुड़ाबांदा—चारों प्रखंडों के पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे। इस मौके पर सोमेश सोरेन ने अपने पिता के निधन के बाद इस बड़ी जिम्मेदारी को उठाने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि उनके पिता रामदास सोरेन ने बहुत कम समय में ही अपनी मेहनत और लगन से घाटशिला में एक खास पहचान बनाई थी। सोमेश ने कहा कि उनका मुख्य मकसद क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को समझना और उनका समाधान करना है। उन्होंने अपने पिता को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी और अपनी मां का आशीर्वाद भी लिया। साथ ही, उन्होंने दिशोम गुरु शिबू सोरेन को नमन करते हुए इस चुनावी यात्रा की शुरुआत की। सोमेश ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वह सबके साथ मिलकर अपने पिता के विकास के रथ को आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी राजनीति सीखकर नहीं आता, बल्कि हालात और परिस्थितियां ही उसे आगे बढ़ाती हैं।
पार्टी कार्यकर्ताओं को सोमेश पर भरोसा
झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने सोमेश सोरेन को पूरा समर्थन देने का वादा किया है। पार्टी के पूर्वी सिंहभूम जिला संयोजक बाघराय मार्डी ने कहा कि भले ही केंद्रीय कमेटी का अंतिम फैसला आना बाकी हो, लेकिन घाटशिला के कार्यकर्ताओं ने यह तय कर लिया है कि उनके उम्मीदवार सोमेश सोरेन ही होंगे और वे उन्हें भारी बहुमत से जीत कर विधायक बनाएंगे। इस बैठक में उमड़ी भीड़ ने भी उनके मजबूत समर्थन को साफ दर्शाया।