Coal Mining Auction : पहले दिन दो कोयला खदानों को नीलामी के लिए रखा गया
इन दोनों कोयला खदानों में संयुक्त भूवैज्ञानिक भंडार 516.34 मिलियन टन है, जिससे 450 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश की उम्मीद है।
कोयला मंत्रालय ने 29 मार्च, 2023 को छठे दौर के दूसरे प्रयास और सातवें दौर के तहत वाणिज्यिक खनन के लिए कोयला खदानों की नीलामी शुरू की है। बोलियों के मूल्यांकन के बाद, छह खदानों के लिए फॉरवर्ड ई-नीलामी 1 अगस्त 2023 से शुरू की गई है।
पहले दिन दो कोयला खदानों को नीलामी के लिए रखा गया था, जिनमें से एक खदान सीएमएसपी और दूसरी एमएमडीआर कोयला खदान थी। खदानों का विवरण इस प्रकार है:-
- एक कोयला खदान पूरी तरह से एक्सप्लोर्ड है और दूसरी आंशिक रूप से एक्सप्लोर्ड है।
- इन दोनों खदानों का कुल भूवैज्ञानिक भंडार 516.34 मिलियन टन (एमटी) है।
- इन कोयला खदानों के लिए कुल पीक रेटेड क्षमता (पीआरसी) 3 मिलियन टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) है।
पहले दिन के नतीजे-:
क्रमांक | खदान का नाम | राज्य | पीआरसी (एमटीपीए) | भूवैज्ञानिक भंडार (एमटी) | आखिरी बोली लगाई गई | रिजर्व मूल्य(%) | फाइनल ऑफर(%) |
1 | नॉर्थ धाडू (पश्चिमी हिस्सा) | झारखड | 3.00 | 434.65 | एनएलसी इंडिया लिमिटेड | 4.00 | 6.00 |
2 | पथौरा वेस्ट | मध्य प्रदेश | – | 81.69 | श्री बजरंग पावर एवं इस्पात लिमिटेड | 4.00 | 18.25 |
चालू होने पर, ये कोयला खदानें 337.54 करोड़ रुपए का वार्षिक राजस्व उत्पन्न करेंगी, जिसका आकलन इन कोयला खदानों (आंशिक रूप से खोजी गई कोयला खदानों को छोड़कर) के पीआरसी के आधार पर किया गया है। इन खदानों पर 450 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश होगा जिससे 4,056 लोगों को रोजगार मिलेगा।