पटरियाँ खून से लाल हो रही थी और शरीर के टुकड़े बिखरे पड़े थे : ट्रेन हादसे का आँखों देखा हाल

पटरियाँ खून से लाल हो रही थी और शरीर के टुकड़े बिखरे पड़े थे : ट्रेन हादसे का आँखों देखा हाल

अनुभव दास नाम के ट्वीटर यूजर (Twitter User) ने लिखा, “इस भयानक हादसे में मैंने खुद 200-250 से ज्यादा मौतें देखी हैं. परिवार कुचले गए, लोग अंगहीन हो गए. शरीर और रेल की पटरियों पर खून और शरीर के टुकड़े पड़े दिखे. इस भयानक हादसे को मैं कभी नहीं भूल पाऊंगा.

प्रत्यक्षदर्शी अनुभव दास ने ट्रेन दुर्घटना का दर्द ट्वीट के माध्यम से बताया

ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम को एक दर्दनाक रेल हादसे में अब तक 261 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर आ चुकी है। वहीं 900 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। ट्रेन में सफर कर रहे कई लोग हादसे में सही सलामत बचे भी हैं, इन्हीं में से कुछ लोगों ने हादसे के बारे में आंखों देखा हाल बताया है।   

अनुभव दास नाम के एक ट्वीटर यूजर ने अपने ट्वीटर हैंडल में लिखा, “मैं हावड़ा से चेन्नई जाने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस में एक यात्री के रूप में सकुशल बच गया, इसके लिए मैं बहुत आभारी हूं।संभवतः यह भारत कि सबसे बड़ी ट्रेन दुर्घटना हो सकती है।”

अनुभव दास ने दूसरे ट्वीट में लिखा, “हादसे में तीन ट्रेनें शामिल थीं- कोरोमंडल एक्सप्रेस 12841, यशवंतपुर-हावड़ा एसएफ और तीसरा मालगाड़ी। सर्वप्रथम प्रतीत होता है कि कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी से उतर गई और साइड ट्रैक पर खड़ी एक मालगाड़ी से टकरा गई थी।”

तीसरे ट्वीट में दास ने लिखा, “पटरी से उतरे डिब्बे पास की पटरी पर आ रही यशवंतपुर एक्सप्रेस से टकरा गए। यशवंतपुर एक्सप्रेस के 3 जनरल डिब्बे पटरी से उतरकर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गये और कोरोमंडल एक्सप्रेस के जनरल, स्लीपर, एसी 3 टीयर और एसी 2 टीयर सहित लगभग 13 कोच छतिग्रस्त हो गये।”

मैंने 200 से 250 लोगों की मौत देखी है
आख़िरी ट्वीट में अनुभव दास ने लिखा, “इस भयानक हादसे में मैंने खुद अपने सामने 200-250 से ज्यादा मौतें देखी हैं। परिवार कुचले गए, लोग अंगहीन हो गए, पटरियाँ खून से लाल हो गई तथा शरीर के टुकड़े पटरियों पर बिखरे पड़े थे। इस भयानक हादसे को मैं कभी नहीं भूल पाऊंगा। भगवान पीड़ित परिवारों की मदद करें। मेरी संवेदना।”