कोडरमा से रद्द हो सकता है राजद के सुभाष प्रसाद यादव का नामांकन

चुनाव आयोग के नियमन के अनुसार किसी राज्य से विधानसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार का नाम सम्बंधित राज्य के किसी भी जिले के मतदाता सूची में दर्ज होना आवश्यक है। जबकि सुभाष यादव का नाम बिहार के दानापुर निर्वाचन क्षेत्र के मतदाता सूची में दर्ज है। कोडरमा में सुभाष यादव के द्वारा दाखिल किये गए नाम निर्देशन पत्र में दानापुर का ही मतदाता पहचान पत्र ,मतदाता क्रमांक एवं भाग संख्या संलग्न किया गया है। महागठबंधन से राजद के उम्मीदवार सुभाष यादव का नामांकन स्क्रूटनी के दौरान रद्द किया जा सकता है।

कोडरमा से रद्द हो सकता है राजद के सुभाष प्रसाद यादव का नामांकन

कोडरमा विधानसभा सीट को लेकर बड़ा सियासी उलटफेर होना तय माना जा रहा है। महागठबंधन से राजद के उम्मीदवार सुभाष यादव का नामांकन स्क्रूटनी के दौरान रद्द किया जा सकता है। इसे लेकर महागठबंधन नए चेहरे की तलाश में जुट गया है। कोडरमा से वर्तमान शिक्षा मंत्री डॉक्टर नीरा यादव भाजपा की उम्मीदवार हैं।

महागठबंधन की ओर से राजद के प्रत्याशी सुभाष प्रसाद यादव मूल रूप से बिहार के पटना जिले के हेतनजियोर ,मधुपुर , थाना शाहपुर के रहने वाले हैं।

चुनाव आयोग के नियमन के अनुसार किसी राज्य से विधानसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार का नाम सम्बंधित राज्य के किसी भी जिले के मतदाता सूची में दर्ज होना आवश्यक है। जबकि सुभाष यादव का नाम बिहार के दानापुर निर्वाचन क्षेत्र के मतदाता सूची में दर्ज है। कोडरमा में सुभाष यादव के द्वारा दाखिल किये गए नाम निर्देशन पत्र में दानापुर का ही मतदाता पहचान पत्र ,मतदाता क्रमांक एवं भाग संख्या संलग्न किया गया है।

सूत्रों के मुताबिक सुभाष ने गत शुक्रवार को ही सभी चार सेट में अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है,जिसमें किसी भी तरह के संशोधन की संभावना नहीं है। गौरतलब है कि नामांकन के लिए अब मात्र एक दिन शेष रह गया है। शनिवार और रविवार को अवकाश के कारन नामांकन प्रक्रिया बंद रहेगी। 25 नवंबर को नामांकन की अंतिम तिथि है। अंतिम समय में इस बड़ी उलटफेर की संभावना से राजनितिक समीकरण की उठापटक भी संभावित है।

क्या कहते हैं निर्वाची पदाधिकारी :

स्क्रूटनी के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि किसी भी उम्मीदवार का नामांकन रद्द हो सकता है या नहीं। चुनाव नियमावली कहती है कि लोकसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार का नाम देशभर के किसी भी लोकसभा क्षेत्र के मतदाता सूची में होनी चाहिए जबकि विधानसभा चुनाव के उम्मीदवार का नाम सम्बंधित राज्य के मतदाता सूची में होना आवश्यक है।

लोकसभा चुनाव के भी उम्मीदवार रह चुके हैं सुभाष :

राजद उम्मीदवार सुभाष यादव 2019 के लोकसभा चुनाव में चतरा लोकसभा सीट से चुनाव भी लड़ चुके हैं। उस समय भी नाम निर्देशन पत्र में दानापुर का ही मतदाता पहचान पत्र संलग्न किया था।

बताते चलें कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों के लिए अलग अलग नियम हैं। लोकसभा चुनाव में देशभर के किसी भी क्षेत्र के मतदाता उम्मीदवारी प्रस्तुत कर सकते हैं जबकि विधानसभा चुनाव के लिए सम्बंधित राज्य के मतदाता सूची में उम्मीदवार का नाम दर्ज होना आवश्यक है।