झारखंड हुआ पूरी तरह अन्लॉक, अब स्कूलों में होंगी ऑफ़लाइन पढ़ाई, रात्रि 8 बजे के बाद भी खुलेंगी दुकानें
शादी समारोह और किसी कार्यक्रम में 200 की जगह 500 लोग एकत्रित हो सकते है। रेस्ट्रोरेंट, बार, सिनेमाघर अपनी पूरे क्षमता के साथ संचालित होंगे। वहीं मेला, जुलूस, प्रदर्शनी पर रोक जारी रहेगी।
रांची:
झारखंड सरकार ने कोरोना के लिए लगायी गई सभी पाबंदियां को हटा दिया है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में राज्य के आपदा प्रबंधन प्राधिकार के अधिकारियों के साथ बैठक की गयी। कोरोना की स्थिति को देखते हुए कहा गया कि संक्रमितों की संख्या काफी कम हो गयी है। झारखंड सरकार ने 7 मार्च से स्कूलों को खोलने की अनुमति दे दी है, जिसके बाद 7 जिलों में सभी कक्षा के स्कूल खुल गये हैं। इन जिलों में रांची, सरायकेला-खरसांवां, धनबाद, रामगढ़, जमशेदपुर समेत सात जिले शामिल थे। इन जिलों में एक से लेकर अब 12वीं तक की कक्षाएं ऑफलाइन शुरू होगी। स्कूलों में मार्च में होने वाली परीक्षा ऑनलाइन ही ली जायेगी। मार्च में परीक्षा ऑफलाइन लेने की इजाजत नहीं दी गई है। बैठक में पार्क, पर्यटन स्थल, स्विमिंग पुल खोलने की इजाजत भी दे दी गई है। साथ ही रात 8 बजे से बाद दुकाने भी खुले रहेंगे, वहीं शादी समारोह और किसी कार्यक्रम में 200 की जगह 500 लोग एकत्रित हो सकते है। रेस्ट्रोरेंट, बार, सिनेमाघर अपनी पूरे क्षमता के साथ संचालित होंगे। वहीं मेला, जुलूस, प्रदर्शनी पर रोक जारी रहेगी।
- बैठक में रात्रि आठ बजे दुकानों को बंद करने के पूर्व के फैसले को वापस ले लिया गया है ।
ग़ौरतलब है कि कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए राज्य सरकार की तरफ से एक जनवरी से राज्य भर में रात्रि आठ बजे ही दुकानों को बंद करने का आदेश दिया गया था। इसके अलावा रात्रि आठ बजे से सुबह छह बजे तक मिनी लाक डाउन लगाने का फैसला लिया गया था। साथ ही जिम, पार्क खोलने पर भी पाबंदी लगी हुई थी। सरकार ने इन सभी पाबंदियों को हटा दिया है।
- रेस्टूरेंट और बार तथा सिनेमाघर अब पूरी क्षमता के साथ खुलेंगे। खेलकूद की गतिविधियां अब खोल दी जायेंगी।
- आंगनबाड़ी केंद्र पूर्व की तरह खुले रहेंगे। बड़ी प्रतियोगिता में स्पोर्ट्स गतिविधियों के लिए जिलों के उपायुक्त से अनुमति लेनी होगी।
- राज्य में मेला, जुलूस और जश्न पर लगा प्रतिबंध यथावत रहेगा।
- शादी विवाह में अब दो सौ की जगह पांच सौ लोग हिस्सा ले पायेंगे।
- बैठक में झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का और अन्य अधिकारी मौजूद थे।