जनप्रिय नेता बंदी उरांव के निधन से सिंहभूम की जनता भी शोकाकुल

जनप्रिय नेता बंदी उरांव के निधन से सिंहभूम की जनता भी शोकाकुल

चक्रधरपुर।अविभाजित बिहार व झारखंड में कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता एवं बिहार सरकार के पूर्व मंत्री, सिसई विधानसभा से चार बार विधायक रहने वाले भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी रह चुके बंदी उरांव एकीकृत सिंहभूम के पुलिस अधीक्षक भी रह चुके हैं। उनके निधन की खबर सुनकर सिंहभूम क्षेत्र की जनता के बीच भी शोक की लहर व्याप्त हो गई। स्व. उरांव इस जिला में 26.4.1975 से लेकर 18.1.1977 तक पुलिस अधीक्षक के पद पर रहे थे। स्व. उरांव अपने पदस्थापना काल में बेहतर विधि-व्यवस्था के साथ-साथ आम लोगों के साथ प्रगाढ़ संबंध बनाने में सफल रहे थे। यही वजह है कि स्व.बंदी उरांव की इस जिला में आज भी ख्याति प्राप्त पुलिस अधीक्षक के रूप में पहचान है। इनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि भी पूरे झारखंड में सशक्त परिवार के रूप में है। इनके पुत्र डॉ. अरूण उरांव चिकित्सक के साथ साथ भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी रहे हैं। स्व.बंदी उरांव भारतीय पुलिस सेवा में रहे या फिर राजनीति में मंत्री पद पर रहते हुए भी उनकी सादगी और उत्कृष्ट कार्यों ने उन्हें हमेशा जनता के बीच लोकप्रिय बनाए रखा। आज भले ही वे हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके किए गए कार्यों से बिहार और झारखंड की जनता हमेशा उन्हें याद रखेगी।