डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों ने राज्य और केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ किया नारेबाज़ी और प्रदर्शन ।

एक तरफ नरेंद्र मोदी जी आयुर्वेद और योग को बढ़ावा देने की बात करते हैं और दूसरी तरफ उसी विभाग के कर्मचारियों को बेरोजगार करने पर तुले दिखाई दे रहे हैं । जिससे की सरकार की दोहरी नीति साफ साफ दिखाई दे रहा है।

डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों ने राज्य और केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ किया नारेबाज़ी और प्रदर्शन ।

गया जिला के जयप्रकाश नारायण अस्पताल के पास डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी कर्मचारियों ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए बिहार और केंद्र सरकार के अलावा आयुष मंत्रालय के खिलाफ खूब  नारेबाजी और प्रदर्शन की । डॉक्टरों का कहना है कि आयुष मंत्रालय द्वारा संचालित एनपीसीडीसीएस आयुष डॉक्टर एवं कर्मचारी को 31 जुलाई के बाद करोना जैसे महामारी के दौरान भी सरकार स्वास्थ्य कर्मियों को बेरोजगार करने पर तुले हुए हैं ,जो कि सरकार की मूर्खता पूर्ण व्यवहार को साफ दिखलाता  है ।एक तरफ नरेंद्र मोदी जी आयुर्वेद और योग को बढ़ावा देने की बात करते हैं और दूसरी तरफ उसी विभाग के कर्मचारियों को बेरोजगार करने पर तुले दिखाई दे रहे हैं । जिससे की सरकार की दोहरी नीति साफ साफ दिखाई दे रहा है। इस कार्यक्रम के तहत आयुर्वेद एवं योग के द्वारा डायबिटीज, हाइपरटेंशन , कैंसर जैसे घातक बीमारियों का इलाज किया जा रहा था जो काफी प्रभावशाली भी साबित हो रहा था ।