एडवांस्ड पेप्टिक अल्सर से पीड़ित मरीज का लेजर सर्जरी द्वारा सफल ऑपरेशन

एडवांस्ड पेप्टिक अल्सर से पीड़ित मरीज का लेजर सर्जरी द्वारा सफल ऑपरेशन

रांची। झारखंड में संभवत पहली बार राजधानी के कर्बला चौक स्थित होपवेल हॉस्पिटल में इंडो जीआई स्ट्रैपलर डिवाइस द्वारा एक मरीज के एडवांस्ड पेप्टिक अल्सर(आंतों में सिकुड़न) का सफल ऑपरेशन किया गया। इस संबंध में होपवेल अस्पताल के संचालक व प्रख्यात सर्जन डॉ. शाहबाज आलम ने बताया कि सतबरवा (पलामू) निवासी 18 वर्षीय मरीज अंजुम आरा पेप्टिक अल्सर के एडवांस स्टेज से पीड़ित थी। उसके आंत में सिकुड़न हो जाने की वजह से वह खाना खाने में असमर्थ थी। खाना पचता ही नहीं था। खाने पर उलटी हो जाती थी। इससे वह विगत कई माह से परेशान थी। एक परिजन की सलाह पर वह होपवेल हॉस्पिटल पहुंची। जहां डॉ. आलम ने उसे भर्ती करने के पूर्व सभी आवश्यक शारीरिक जांच की प्रक्रिया पूरी करने के बाद इलाज शुरू किया। गत 10 जुलाई को डाॅ.आलम ने मरीज का आंत में सिकुड़न को माइक्रोस्कोपिक लेजर सर्जरी द्वारा दूर किया। उन्होंने बताया कि बिना चीरा लगाए मरीज के आंतों को काटकर जोड़ने वाली प्रक्रिया पूरी की गई। इस जटिल ऑपरेशन में लगभग तीन घंटे लगे। इसमें इंडो जीआई डिवाइस उपकरण का प्रयोग किया गया। इस ऑपरेशन में एनेस्थेटिस्ट डॉ. अभिजीत कुमार सिंह और डॉ. नेहा अली ने सहयोग किया। डाॅ. आलम ने बताया कि अमूमन इस प्रकार की समस्या से पीड़ित मरीज के इलाज की सुविधा मेट्रोपॉलिटन सिटी में ही उपलब्ध है और इसमें खर्च भी लगभग तीन लाख के आसपास आता है। लेकिन राजधानी रांची में काफी किफायती दर एडवांस्ड पेप्टिक अल्सर से पीड़ित मरीज का इलाज नई तकनीक (लेप्रोस्कोपिक सर्जरी) से संभव हो सका है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार का ऑपरेशन वे लगभग तीन साल पूर्व जमशेदपुर स्थित टीएमएच में एक मरीज का किए थे। इसके पश्चात यह ऑपरेशन रांची में भी सफलतापूर्वक किया गया। डॉ. आलम ने कहा कि अत्याधुनिक माइक्रोस्कोपिक लेजर सर्जरी से आंत की सिकुड़न दूर करने का यह सफल ऑपरेशन संभवत झारखंड में पहली बार किया गया है।