बारिश से इलाही नगर के निचले इलाकों का हुआ बुरा हाल

बांस के पोल पर बिजली का टंगा तार दे रहा दुर्घटना को निमंत्रण

बारिश से इलाही नगर के निचले इलाकों का हुआ बुरा हाल

रांची। पिछले तकरीबन 24 घंटे से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से रांची नगर निगम के वार्ड संख्या 35 अंतर्गत इलाही नगर क्षेत्र के निचले इलाकों में पानी भर गया है। इस क्षेत्र की सड़कें तालाब में तब्दील हो गई है। मुहल्ले में बांस के सहारे टंगा बिजली का तार दुर्घटना को निमंत्रण दे रहा है। बांस के कई पोल गिर चुके हैं। इस संबंध में लघु उद्यमी उपेंद्र कुमार ने बताया कि उनका एक कुटीर उद्योग इलाही नगर के निचले क्षेत्र (खेत मोहल्ला, फातिमा मस्जिद के पीछे) में स्थित है, जहां इस इलाके के लगभग दो दर्जन महिलाएं व पुरुष कार्य करते हैं। उनकी जीविकोपार्जन का साधन भी यही छोटा-मोटा उद्यम है।

उपेंद्र कुमार के मुताबिक उन्होंने अपने लघु व कुटीर उद्योग के लिए बिजली विभाग से बकायदा कनेक्शन ले रखा है। लेकिन अभी तक बिजली विभाग द्वारा उन्हें सीमेंट के पोल उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। वे अपने स्तर से बांस के पोल के सहारे बिजली का तार खींचकर काम चला रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस संबंध में बिजली विभाग के संबंधित अधिकारियों से कई बार संपर्क कर सीमेंटेड पोल लगाने का अनुरोध किया, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इससे हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।

उपेंद्र कुमार ने बताया कि इस क्षेत्र के लोग बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित हैं। सड़क के नाम पर सिर्फ गड्ढे ही गड्ढे हैं। उन्होंने अपने स्तर से जाने-आने के लिए कामचलाउ कच्ची सड़क का निर्माण करवाया है। इस संबंध में उन्होंने वार्ड पार्षद, स्थानीय विधायक व सांसद से भी कई बार गुहार लगाई। लेकिन स्थिति यथावत है।

उन्होंने कहा कि स्थानीय पार्षद तथा विधायक ने बुनियादी समस्याओं के समाधान के लिए कभी दिलचस्पी नहीं दिखाई।

वार्ड नंबर 35 क्षेत्र की अधिकतर सड़कों की हालत दयनीय है। लोग नारकीय जीवन जीने को विवश हैं।

वहीं, इस क्षेत्र के समाजसेवी व एमवाईएल के प्रदेश अध्यक्ष न्यू दीपा टोली निवासी इरफान खान का कहना है कि क्षेत्र के लोग विगत कई वर्षों से प्रशासनिक उपेक्षा के शिकार हैं। लोगों को मूलभूत सुविधाएं सड़क, बिजली, पानी से भी वंचित रहना पड़ रहा है। जन समस्याओं के समाधान के लिए स्थानीय पार्षद से कई बार गुहार लगाई गई, लेकिन पार्षद ने समस्याओं का हल करने के लिए कभी दिलचस्पी नहीं दिखाई।

इस संबंध में पार्षद झरी लिंडा का कहना है कि निगम में फंड नहीं है। ऊपर से काम नहीं हो पा रहा है।

इलाही नगर क्षेत्र के लोग बताते हैं कि वार्ड पार्षद झरी लिंडा इस क्षेत्र में जनहित के काम करना तो दूर, कभी समस्याओं से अवगत होने भी नहीं पहुंचते हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि कई बार क्षेत्र की समस्याओं को लेकर पार्षद झरी लिंडा से मुलाकात की गई, लेकिन सिर्फ आश्वासन ही देते रहे हैं। क्षेत्र के लोग पार्षद से काफी नाराज हैं।

इरफान खान ने विधायक नवीन जायसवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुस्लिम बहुल इलाका होने की वजह से इस क्षेत्र में वे कोई काम नहीं करते। स्थानीय लोगों का कहना है कि आने वाले नगर निगम चुनावों में पार्षद तथा विधानसभा के चुनाव में वर्तमान विधायक को सबक सिखायेंगे।