वैक्सिनेशन के प्रति लोगों में डर और भ्रांति के कारण जिला प्रशासन को लेनी पड़ी धर्म गुरुओं की शरण

वैक्सिनेशन के प्रति लोगों का डर और भ्रांति के कारण उदासीनता जिला प्रशासन के लिए चिंता की विषय बनते जा रही है। ऐसे में जिला प्रशासन को शहर के धर्म गुरुओं की शरण लेनी पड़ गयी।

वैक्सिनेशन के प्रति लोगों में डर और भ्रांति के कारण जिला प्रशासन को लेनी पड़ी धर्म गुरुओं की शरण

गया : जिले में कोरोना वैक्सिनेशन के प्रति लोगों का डर और भ्रांति के कारण उदासीनता जिला प्रशासन के लिए चिंता की विषय बनते जा रही है। ऐसे में जिला प्रशासन को शहर के धर्म गुरुओं की शरण लेनी पड़ गयी। जिला प्रशासन ने धर्मगुरुओं से आग्रह किया है कि वह कोरोना वैक्शिनेशन के प्रति लोगों को जागरूक करें। साथ ही जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करें।
स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड के मुताबिक जिले की 54 लाख की आबादी में अबतक महज चार लाख से अधिक लोगों ने ही कोरोना का टीका लगवाया है। कोरोना टीका के प्रति लोगों की उदासीनता को देखते हुए जिला प्रशासन से हर संभव कोशिश कर रहा है। इसी क्रम में गुरुवार को जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग शहर में रहने वाले धर्मगुरुओं की शरण में पहुंचा। उनसे अनुनय विनय करते हुए समाज को टीका लगवाने के लिए जागृत करने की बात कही।


डीएम अभिषेक सिंह ने कहा कि देश में अब तक 20 करोड़ लोगों ने टीका लगवाया है। लगवाये गये टीके से अब तक किसी प्रकार की कोई भी गंभीर शिकायत देखने को नहीं मिली है। टीका हर दृष्टि से सुरक्षित व कोरोना से संक्रमित होने बचाने में कारगर साबिति हो रहा है। कहा गया कि कोरोना का टीके सभी डोज लेने के बाद जान का खतरा न के बराबर रह जाता है। इसलिए आवश्यक है कि हर लोग टीका लें और दूसरों को भी टीका दिलवाने के प्रति जागरूक करें। धर्मगुरुओं से आग्रह किया गया कि वह खुद व अपने शिष्यों व भक्तों के माध्यम से समाज के हर वर्ग के लोगों को कोरोना टीका के प्रति जागरूक करें। ताकि राष्ट्र इस महामारी से आसानी से निकल से। डीएम ने कहा कि यह वर्तमान समय की मांग है। इसके लिए धर्मगुरुओं की भी सहभागिता अनिवार्य है।जिला प्रशासन के इस अनुनय विनय पर धर्मगुरुओं ने भरोसा जताया है कि वह समाज के लोगों को जागरूक करने में पूरी सहभागिता निभाएंगे।