12 जुलाई से कांके डैम बचाओ आंदोलन की शुरुआत होगी
आंदोलन कांके डैम के पश्चिमी तट के फुटबॉल मैदान(पतरागोंदा) में शुरू होगा तथा तब तक जारी रहेगा जब तक संबंधित विभाग/निगम द्वारा सभी माँगों पर विचार कर किसी ठोस निर्णय और नतीजे तक न पहुँच जाए।
कांके डैम संरक्षण समिति की बैठक पतरागोंदा में हुई। बैठक में कांके डैम समिति से जुड़े दर्जनों गांव के प्रतिनिधि शामिल हुए। जिसमें,पतरा गोंदा,हथिया गोंदा,मिशिर गोंदा,टिकली टोला,मिशन गली,कठलगोंदा हेसल,करंज टोली,लक्ष्मी नगर,पण्डरा,सोसो आदि गाँव के प्रतिनिधि शामिल हुए।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पिछले तीन साल से कांके डैम के सीमांकन,कांके डैम को अतिक्रमण मुक्त कर घेराबंदी करने, कांके डैम में नालों माध्यम से रांची शहर का कचरा युक्त गंदे पानी पर रोक लगाने , डैम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने तथा डैम में मछली पालन कर जीवनयापन करने वाले मछुआरों का आजीविका छीन कर टेंडर के माध्यम से व्यावसायिक उपयोग पर रोक लगाने संबंधित विभिन्न माँगों को लेकर समिति ने कई बार धरना प्रदर्शन तथा अलग अलग स्तर पर पत्राचार किया, लेकिन किसी अधिकारी या मंत्री के कान में जूं तक नहीं रेंगा।
मजबूरी में यह निर्णय लिया गया है कि आगामी रविवार दिनांक 12/7/20 से अनिश्चित काल के लिए “कांके डैम बचाओ आंदोलन” की शुरुआत किया जाएगा। यह आंदोलन कांके डैम के पश्चिमी तट के फुटबॉल मैदान(पतरागोंदा) में शुरू होगा तथा तब तक जारी रहेगा जब तक संबंधित विभाग/निगम द्वारा सभी माँगों पर विचार कर किसी ठोस निर्णय और नतीजे तक न पहुँच जाए तथा उस पर क्रियान्वयन शुरू न हो जाए।
आज की बैठक में रमेश मुंडा,मंटू मुंडा,आजू मुंडा,मनोज उरांव , करन मुंडा,सूरज तिर्की,महेन्द्र मुंडा,अंजीत उरांव,बिरसा मुंडा,दशरथ गाड़ी,लक्ष्मण नायक,कर्मा लोहरा,बैजनाथ लोहरा,सुकरा उरांव,पिंटू मुंडा,कृष्णा पाहन,सोनू उरांव आदि शामिल हुए।