पटना में कल से शुरू होगा ज़मीन का सर्वे, ध्यान से रखें अपने जमीन के ये कागजात

बिहार के पटना ज़िले में सभी राजस्व ग्राम के भूमि का स्पेशल सर्वे का कार्य किया जाना है. जमीन सर्वे का काम अगले साल जून तक पूरा करना है. इसके लिए ज़मीन मालिक को अपने स्वामित्व का प्रमाण के लिए आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करना होगा.

पटना में कल से शुरू होगा ज़मीन का सर्वे, ध्यान से रखें अपने जमीन के ये कागजात

पटना जिले में जमीन सर्वे का काम मंगलवार 20 अगस्त से शुरू हो जायेगा. सबसे पहले 20 अगस्त को इसको लेकर 1369 राजस्व गांवों में ग्राम सभा आयोजित होगी. इस ग्रामसभा में जमीन सर्वे के बारे में लोगों को जानकारी दी जायेगी. इसमें उन्हें जमीन सर्वे को लेकर जमा करने वाले कागजातों के बारे में जानकारी दी जायेगी. जिले में 23 अंचलों में शिविर लगेंगे. जिले में नगर निकाय सहित 1369 राजस्व गांव हैं. जमीन सर्वे का काम अगले साल जून तक पूरा करना है. जिले में सर्वे के लिए जिले में संविदा पर 396 कर्मियों को नियोजन पत्र मिला है. इसमें विशेष सर्वेक्षण अमीन, विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी, विशेष सर्वेक्षण कानूनगो व विशेष सर्वेक्षण लिपिक शामिल हैं. सूत्र ने बताया कि अमीन व पदाधिकारियों का प्रशिक्षण पूरा हो चुका है.

जमीन संबंधी सभी जानकारी देनी होगी 

बंदोबस्त पदाधिकारी सीमा सहनी ने बताया कि विशेष सर्वेक्षण के लिए प्रपत्र-2 फॉर्म के साथ भूमि से संबंधित दस्तावेज एवं खाता संख्या, खेसरा संख्या, आधार कार्ड एवं वंशावली की छाया प्रति संलग्न करना अनिवार्य है. सभी दस्तावेज संलग्न करने के बाद पंचायत सरकार भवन में सुबह 9 बजे से शाम 5 के बीच सभी कार्य दिवसों में जमा कर फॉर्म प्राप्ति की रसीद अवश्य ले लें. उसके बाद ही विशेष सर्वेक्षण अमीन धरातल पर जाकर भौतिक सर्वेक्षण करेंगे.

वंशावली सहित ज़मीन का भौतिक सत्यापन भी होगा 

पूरे बिहार में सर्वेयर व किसानों की बैठक आयोजित की जा रही है. स्पेशल सर्वे कानूनगो निशांत ने बताया कि सभी राजस्व ग्राम के भूमि का स्पेशल सर्वे का कार्य किया जाना है. इसके लिए भूधारको को अपने स्वामित्व का प्रमाण के लिए आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करना होगा. भूस्वामी को जमीन की मेड़ दुरूस्त कर लेने, भूमि से संबंधित स्वामित्व दस्तावेज प्रस्तुत करने, अपनी वंशावली प्रपत्र 3(1) में भरकर देने, वंशावली सत्यापन हेतु सर्वेयर को सहयोग करने, भूमि का भौतिक भ्रमण कर चौहद्दी दारों की जानकारी देने, प्रपत्र- 7 एवं एलपीएम मिलने के बाद ठीक से जांच कर लेने, असंतुष्ट होने की स्थिति में दावा आपत्ति करने, शिविर में सुनवाई के समय शांतिपूर्ण अपना पक्ष रखने आदि की अपील की.