मणिपुर में भारत की अवधारणा पर हमला किया जा रहा है तो INDIA चुप नही रहेगा

मणिपुर में भारत की अवधारणा पर हमला किया जा रहा है तो INDIA चुप नही रहेगा

गया । देश को शर्मशार करने वाली मणिपुर की घटना के लिए वहां के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह एवम् केंद्रीय महिला बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी का पुतला दहन गया के स्थानीय टावर चौक पर कांग्रेस पार्टी के तत्वाधान में किया गया। मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर पैरेड कराए जाने संबंधित वीडियो वायरल होने से संपूर्ण देश शर्मशार हुआ है,जिसके बाद भी वहां के मुख्यमंत्री के आए बेतुका बयान भी आना आग में घी डालने के समान है, जिसे अविलंब बर्खास्त कर वहां राष्ट्रपति शासन लगाने हेतु आवाज बुलंद करते एवम् केंद्रीय महिला बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी की चुप्पी से देश की महिलाएं एवम् बच्चों में भारी आक्रोश है, पुतला दहन कार्यक्रम में शामिल गया जिला कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डा गगन मिश्रा, बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह क्षेत्रीय प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिठू, बालूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, युगल किशोर सिंह, शशि किशोर शिशु, प्रदीप शर्मा, विपिन बिहारी सिन्हा, धर्मेंद्र कुमार निराला, अमित कुमार उर्फ रिंकू सिंह,, कुंदन कुमार, युवा कांग्रेस अध्यक्ष विशाल कुमार, एन एस यू आई के अध्यक्ष नवनीत सिंह, संजीत बखतरिया, कांग्रेस सेवादल के मुख्य संगठक टिंकू गिरी, कांग्रेस व्यवसायिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष बबलू कुमार, कांग्रेस आई टी सेल के जिलाध्यक्ष मो अजहरुद्दीन, शिव कुमार चौरसिया, मो खैरुद्दीन, बबलू शर्मा, शशि कांत सिन्हा, बबलू राम, राजीव कुमार सिंह उर्फ लाबी सिंह, अभिषेक श्रीवास्तव, मो मुजालिम, बुद्धू प्रसाद, शशि रंजन निलय, कांग्रेस महिला व्यवसायिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष नीलम वर्मा, साहब रहमानी, कहा की आज से संसद सत्र शुरू होने के डर से प्रधानमंत्री मणिपुर पर 80 दिनों के बाद चुप्पी तोड़ते हुए साधु संत की तरह पूरे देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्री को कानून व्यवस्था बनाए रखने की सिख दे रहे है, जो केवल दिखावा है, केंद्रीय गृह मंत्री वहां के मुख्यमंत्री को बर्खास्त करने की अनुशंसा के बजाय उनसे बाते कर, खानापूर्ति कर रहे है। मणिपुर की इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध रहने के कारण शेष भारत को इस बात का जरा भी अंदाज नहीं था की मणिपुर में इतनी भयानक घटना घटी, जिसके उजागर होने के बाद पूरे देश में भयानक आक्रोश है।केंद्रीय महिला एवम् बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी पूरी तरह अक्षम्य है क्योंकि मणिपुर के मुख्यमंत्री से बात करने या बयान जारी करने के लिए 76 दिनों का इंतजार किया गया, नेताओ ने सवाल किया की क्या केंद्र सरकार महिला बाल विकास मंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री, या प्रधानमंत्री को इस घटना की जानकारी नहीं थी, प्रधानमंत्री की इस अति संवेदनशील मामले में आज दिए गए वक्तव्य की तरह पहले भी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के लिया बोले थे, जिस पर बाद में कोई कारवाई नही हुई थी। प्रधानमंत्री को विदेश दौरा, चुनावी भाषण, उद्घाटन समारोह, 38 दलों की बैठक आदि कार्यक्रमों में शामिल होने का समय है, परंतु 80 दिनों से जल रहे मणिपुर जाने का वक्त नहीं है, पर आज जब पानी सर से ऊपर बहने लगा, वहां की महिलाओं के साथ कुकृतय शर्मशार करने वाली वीडियो वायरल होने पर चुप्पी तोड़े, परंतु देशवासी इसके लिए वहां की सरकार की बर्खास्तगी एवम् राष्ट्रपति शासन चाहती है। देश के साहसी, सजग, संघर्षशील, जनप्रिय, ईमानदार, लोकप्रिय देश की आवाज राहुल गांधी जो डबल इंजन की सरकार के विरोध के बाद भी दो दिनों तक महिलाएं, बच्चे, बूढ़े, नौजवान वहां के पुलिस प्रशासन को शांति के लिए आह्वान किया शरणाथियो से मिले, उनके साथ खाना खाया, परिवार की तरह मिले जुले है, परंतु प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, केंद्रीय महिला बाल विकास मंत्री, मणिपुर के मुख्यमंत्री की 80 दिनों बाद नींद खुली हैं। राहुल गांधी के आह्वान पर संपूर्ण देश में INDIA चरणबद्ध आंदोलन चलाएगी।