NIA का खुलासा : अमन साहू के लेवी के पैसों को शंकर यादव फर्जी कंपनियों के जरिए ठिकाने लगता था
शंकर यादव अमन साहू का प्रमुख सहयोगी था. जो वर्तमान में झारखंड के विभिन्न मामलों में जेल में बंद है. अमन साहू द्वारा जबरन वसूली के पैसे को ठिकाने लगाने के लिए शंकर फर्जी कंपनियों का उपयोग करता था.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को लातेहार के तेतरियाखाड़ कोयला खदान में गोलीबारी, जबरन वसूली और आगजनी के मामले में जेल में बंद गैंगस्टर अमन साहू के एक प्रमुख सहयोगी के शंकर यादव खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है. इस मामले में एनआईए 25वें आरोपी शंकर यादव के ख़िलाफ़ आरोप पत्र दाखिल किया. गौरतलब है की शंकर यादव अमन साहू का प्रमुख सहयोगी था. जो वर्तमान में झारखंड के विभिन्न मामलों में जेल में बंद है. अमन साहू द्वारा जबरन वसूली के पैसे को ठिकाने लगाने के लिए शंकर फर्जी कंपनियों का उपयोग करता था. जांच के दौरान, फरवरी 2024 में शंकर यादव के परिसरों की तलाशी ली गई, जिसमें एक करोड़ तीस लाख रुपये नकद जब्त किए गए थे.
नक्सली संगठन और आपराधिक गिरोहों से संबंध
एनआईए की जांच में झारखंड में पुलिस अधिकारियों और जेल कर्मचारियों पर गोलीबारी सहित कई सनसनीखेज मामलों में अमन साहू गिरोह की संलिप्तता का खुलासा हुआ है. साहू के मुख्य निशाने पर कारोबारी और ठेकेदार रहे हैं. गिरोह ने अपनी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए राज्य के बाहर अलग-अलग नक्सली संगठनों और अन्य संगठित आपराधिक गिरोहों के साथ संबंध विकसित किए हैं. इस मामले में आगे की जांच जारी है.