सावधान: बिहार में बूढ़े लोगों को चुन-चुनकर मार रहा है ये साइको-किलर
लगातार तीन बुजुर्गों की चाकू से गोदकर हत्या किए जाने से लोगों में दहशत है। तीनों हत्या का तरीका एक समान है। स्थानीय इसे साइको किलर का काम मान रहे हैं।
बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले में एक पखवाड़े के भीतर तीन बुजुर्गों की हत्या से सनसनी फैल गई है। लोगों का कहना है कि इलाक़े में एक साइको किलर घूम रहा है। वह बूढ़े लोगों को अपना निशाना बना रहा है। हत्या की वजह का पता नहीं चल पाया है।
ज़िले के धनहा थाना इलाके के मुसहरी गांव स्थित बैरटोला में सोमवार देर रात एक घर में 80 वर्षीय बुजुर्ग भैंसुर और उसकी भावज जिसकी उम्र 75 थी, की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई। दोनों के शव घर से 500 मीटर की दूरी पर खून से लथपथ पाए गए। ग्रामीणों का कहना है कि पहले भैंसुर की पेट चीर कर हत्या की गई, उसके बाद भावज को भी उसी तरीके से मारा गया है। बता दें कि बीते 24 मई को भी इसी गांव में लक्ष्मी यादव नामक बुजुर्ग की रात में चाकू गोदकर हत्या कर दी गई थी। तीनों हत्या का तरीका एक समान है। लगातार तीन बुजुर्गों की हत्या से लोगों में दहशत है। स्थानीय इसे साइको किलर का काम मान रहे हैं।
धनहा थाने के बैरा टोला मुसहरी गांव में एक के बाद एक तीन हत्याओं के बाद एसपी किरण कुमार जाधव ने भी घटनास्थल की जांच की। इस दौरान उन्होंने स्थानीय लोगों से मामले में कई जानकारी हासिल की।एसपी ने लोगों से अपील की कि अगर इस संबंध में कोई जानकारी मिलती है तो इसकी सूचना पुलिस को दें। ताकि आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके। घटना की जांच को लेकर एसडीपीओ के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया है।
धनहा थानाध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम कराने के बाद मृतकों के शव परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस मामले की सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। डॉग स्क्वॉयड व फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल पर जांच की है। पुलिस जल्द ही मामले का खुलासा करेगी। जानकारी के अनुसार तीनों मामले में हत्या की कोई वजह सामने नहीं आ रही है। लोगों को आशंका है कि तीनों हत्याओं के पीछे किसी साइको का हाथ है।
हमले को भुला नहीं पा रहे हैं बच्चे
मुसहरी गांव में एक ही परिवार के दो वृद्धों के मौत से गांव में मातम छाया हुआ है। एक साथ दो अर्थियों को देख घर के लोगों की आंखें नम हो गई। वहीं घटना के समय वृद्धा के पास सोई दो बच्चियां घटना को नहीं भुला पा रही है। दोनों बच्चियाँ सदमे में है । मृतक का पोता प्रभु यादव ने बताया कि दादी दरवाजे पर सोई थी। 11 वर्षीय बेबी और 12 वर्षीय सुजीता उनके साथ सोई हुई थी। सुजीता ने बताया कि हमला होते ही दादी की चीख निकल गई। डरकर हमलोग बिछावन पर बैठ गए। देखा कि कोई भाग रहा है। दादी खून से सनी पड़ी थी। डर के मारे हमलोगों की चीख निकल गई। यह सुनकर परिवार के लोग वहां पहुंचे। तब तक हमलावर घटनास्थल से फरार हो चुका था। कोठा पर गये तो वहाँ दादा भी खून से लथपथ पड़े थे।