लाडली बिटिया के ज़िंदा रहते ही माँ-बाप ने किया अंतिम संस्कार, आख़िर क्यों ?

परिजनों ने कहा कि हमारी बेटी तो मर चुकी है और अपनी बेटी की मृत्यु का शोक संदेश भी छपवा दिया। इतना ही नहीं बेटी के अंतिम संस्कार के तहत मृत्यु भोज भी किया।

लाडली बिटिया के ज़िंदा रहते ही माँ-बाप ने किया अंतिम संस्कार, आख़िर क्यों ?

बिहार:

बेटियों को घर की लक्ष्मी कहा जाता है। बेटियाँ माँ-बाप के सर का ताज होती है। माता-पिता स्वयं दुख सहकर बेटियों को हर संभव ख़ुशी देते हैं। अपने कलेजे के टुकड़े को पलकों पर बिठा कर रखते हैं क्योंकि इन्हीं बेटियों से घर की रौनक़ और इज़्ज़त जुड़ी होती है। जब यही बेटियाँ अपने माँ-बाप के इज्जत की परवाह किए बग़ैर घर के दहलीज़ को लांघ देती है तब माँ-बाप का कलेजा फट जाता है। बेटियों के सुनहरे भविष्य का सपना लिये इन माता-पिता के सारे अरमान बिखर जाते हैं। आजकल की आधुनिक बेटियाँ अपने माँ-बाप के वर्षों के प्यार को भुलाकर चंद दिनों के लुभावने प्यार में अंधी हो जाती है और पल भर में ही अपने माता-पिता को छोड़ देती है।

बीते एक सप्ताह के भीतर ज़िले में ऐसे तीन घटनाक्रम हुए हैं जहां बेटियाँ अपने माँ-बाप की सामाजिक प्रतिष्ठा को ताक पार रखते हुए घर से भागकर अपने प्रेमी के साथ शादी कर ली है। इन घटनाओं से दुखी होकर बच्चियों के माता-पिता ने अपनी दुलारी बेटियों का ज़िंदा रहते ही अंतिम संस्कार कर दिया। माता- पिता ने अपने कलेजे के टुकड़े का पुतला बनाया और दाह संस्कार कर दिया।

घटना नंबर - 1 (धमदाहा) शादी से एक दिन पहले प्रेमी संग भागी 

21 जून को लड़की की शादी होनी थी। पूरी तैयारी कर ली गई थी। हल्दी तथा मेंहदी का रिवाज भी पूरा हो चुका था। लड़की को हल्दी भी लग चुकी थी। अगले दिन दरवाज़े पर बारात आनी थी। घर में सभी रिश्तेदार आ चुके थे। बारात से ठीक एक दिन पहले 20 जून को लड़की अपने प्रेमी संग घर से भाग गई। घर से भागकर युवती अपने प्रेमी संग शादी कर ली। इतना ही नहीं घर से भागने के पश्चात लड़की ने अपने परिजनों को प्रेमी संग शादी की फ़ोटो और वीडियो भी भेजे। पूरे समाज में लड़की ने अपने परिवार की इज्जत को तार-तार कर दिया। फ़ोटो और वीडियो देखने के बाद परिजन काफ़ी दुखी हो गये। लड़की का भाई तो आग बबूला हो उठा। लड़की के भाई ने बताया कि घर की इज्जत को नीलाम करने वाली बहन हम सबके लिये मर चुकी है और उसने अपनी बहन के जिंदा रहते हुए ही उसका दाह संस्कार कर दिया।

घटना नंबर -2 (टीकापट्टी) बारात के दिन लड़की घर से भाग गई 

पूर्णिया के टीकापट्टी में रहने वाली बीए की छात्रा एक साधारण परिवार से आती है। उसके माता-पिता की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के बावजूद भी माता-पिता ने अपनी बेटी को बीए तक पढ़ाया। अपनी बेटी की शादी धूमधाम से कर बेटी को ख़ुशियाँ देनी चाही। लड़की की शादी तय हो गई। हल्दी-मेंहदी सहित सभी रस्म पूरे कर लिए गये। अब सिर्फ़ बारात आनी बाक़ी थी। सभी मेहमान आ चुके थे। लेकिन बेटी को ये मंज़ूर नहीं था, उसके मन में कुछ और ही चल रहा था। शादी के दिन ही बारात आने से पहले लड़की अपने प्रेमी के साथ फ़रार हो गई और शादी करके उसकी तस्वीर घरवालों को भेज दी।  अपनी फूल सी बेटी की इस हरकत पर पिता ने कहा कि आर्थिक स्थिति खराब होने के बाद भी अपनी बेटी को सब कुछ देने की कोशिश की, बीए तक पढ़ाया लेकिन वह मेरी इज्जत खराब कर गई । वहीं लड़की का भाई नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए कहा कि वह हमारे लिए मर चुकी है । भाई ने लड़की के कपड़ों की अर्थी सजाकर विधि विधान के साथ उसका दाह संस्कार कर दिया।

घटना नंबर -3 (बायसी) प्रेमी संग भागी युवती ने परिजनों को पहचानने से किया इंकार 

बायसी प्रखंड में तो लड़की ने सारी सीमाओं को पार कर दिया। यहाँ घर से भागी हुई लड़की ने अपने परिजनों को पहचानने से ही इंकार कर दी। मामले में मिली जानकारी के अनुसार लड़की अपने प्रेमी के साथ घर से भाग गई थी। लड़की के नहीं मिलने पर परिजनों ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई । मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए जब लड़की को ढूंढ कर परिजनों की मौजूदगी में उससे बात की, तो लड़की ने अपने परिजनों को पहचानने से साफ इनकार कर दिया और अपने प्रेमी के साथ चली गई। इस बात से परिजन काफ़ी दुखी और नाराज़ थे। परिजनों ने कहा कि हमारी बेटी तो मर चुकी है और अपनी बेटी की मृत्यु का शोक संदेश भी छपवा दिया।  इतना ही नहीं बेटी के अंतिम संस्कार के तहत मृत्यु भोज भी किया।

घटना नंबर-4 (बनमनखी) शादी से पहले कॉलेज से प्रेमी संग हुई फ़रार 

बनमनखी के मसूरिया की रहनेवाली युवती पूर्णिया शहर में अपनी माँ के साथ रहकर पढ़ाई करती थी। इसी दौरान उसकी शादी ठीक कर दी गई। लेकिन लड़की किसी अन्य युवक से प्रेम करती थी। बीते 27 जून को लड़की अपनी माँ से कॉलेज जाने की बात कह कर घर से निकली और फिर वापस नहीं आई। एक सप्ताह बात परिजनों को खबर मिली की लड़की ने शादी कर ली है। इस बात से लड़की के परिजन काफ़ी आहत हुए। गत 5 जुलाई को लड़की के कुकृत्य से नाराज़ परिजनों ने लड़की का पुतला बनाया और पूरे रस्मों-रिवाज के साथ कंधा देकर पुतले को श्मशान तक ले गए। जहां युवती के भाई ने विधि- विधान के साथ पुतले को मुखाग्नि देकर दाह संस्कार कर दिया।