कोरोना पर भारी पड़ रही छठवर्तियों की आस्था ,अस्ताचलगामी सूर्य को अर्ध्य अर्पण के लिए उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
छठ घाटों पर पुलिस प्रशासन के अलावे कंही एक भी प्रशासनिक अधिकारी या स्वास्थ्य विभाग की टीम दूर दूर तक नजर नही आये ।
अमरेन्द्र कुमार सिंह
गया
कोरोना संक्रमण के मद्देनजर एक स्थान पर सामूहिक रूप से एकत्रित होकर पर्व न मानने की प्रशासन के अपील पर छठव्रतियों की आस्था भारी पड़ गई। लोक आस्था का महापर्व चैती छठ के तीसरे दिन रविवार छिटपुट छठव्रतियों ने जंहा अपने घरों में अस्तचलगामी सूर्य को अर्ध्य अर्पण किया तो वंही गया शहर के प्रसिद्ध पंचदेवता, सिमुआरा तालाब, मउ सूर्यमंदिर तालाब, अकबरपुर सूर्यमंदिर तालाब आदि जगहों पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्ध्य अर्पण के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई। हालांकि घाटों पर छठ व्रतियों एवं श्रद्धालुओं द्वारा अर्ध्य देते वक़्त शारीरिक दुरी का विशेष ख्याल रखने का भरसक प्रयास किया गया। लेकिन छठी मइया के श्रद्धा के आगे सब नियम का बंधन ध्वस्त होता रहा। ढेर सारे श्रद्धालुओं ने दो गज दूरी मास्क है जरूरी के नियम का पालन भी करते देखे गए। छठव्रतियों और श्रद्धालुओं ने अस्तचलगामी सूर्य को अर्ध्य अर्पण के साथ अपनी मनोकामना पूर्ण होने और जानलेवा बनी वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के संकट से मुक्ति की कामना की।
छठ घाटों पर पुलिस प्रशासन के अलावे कंही एक भी प्रशासनिक अधिकारी या स्वास्थ्य विभाग की टीम दूर दूर तक नजर नही आये । छठ पूजा से अधिकारियों की दूरी बनाने की यह पहली घटना है। जिससे नाराज राजनीतिक एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ बुद्धिजीवियों ने कड़ी नाराजगी प्रकट करते हुए कहा है कि सुशासन के बेलगाम और गैर जिम्मेवार अधिकारी हैं, जिन्होंने न तो कोई घाट पर व्यवस्था की और न ही कोरोना संक्रमण से बचाव के उपाय।