दवाओं-चिकित्सा उपकरणों की कालाबाजारी करने वालों पर शिकंजा कसे सरकार : तुषार कांति शीट
रांची। शहर के जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता और श्रीरामकृष्ण सेवा संघ के सहायक सचिव तुषार कांति शीट ने कहा है कि राज्य सरकार कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप से निपटने के लिए अविलंब कारगर कदम उठाए। उन्होंने कहा कि हालात दिन-ब-दिन खराब होते जा रहे हैं। अस्पतालों में बेड उपलब्ध नहीं है। ऑक्सीजन की कमी है। वेंटिलेटर के अभाव में कोरोना संक्रमित मरीज दम तोड़ रहे हैं। बाजार में जीवन रक्षक दवाओं की कमी हो गई है। ऐसे में आम लोगों का सिस्टम पर से भरोसा उठता जा रहा है। तमाम सरकारी प्रयासों के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को समस्याओं की जड़ तक पहुंचने की जरूरत है। सबसे महत्वपूर्ण बात है कि सरकार को यह देखना चाहिए कि वर्तमान परिस्थितियों में मरीजों की प्राथमिक आवश्यकता क्या है। अस्पताल में डॉक्टर की कमी, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर की कमी आदि को दूर करने की दिशा में सरकार तत्काल प्रभाव से ठोस कदम उठाए। तभी लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सकेगी।
उन्होंने कहा कि कुछ भ्रष्ट किस्म के मानवता विरोधी दवा विक्रेताओं और अस्पताल संचालकों द्वारा दवाओं और अन्य जरूरी चिकित्सा उपकरणों की कालाबाजारी की जा रही है। इस पर भी रोक लगाने के लिए सरकार को अविलंब कदम उठाना चाहिए।
श्री शीट ने कहा कि दूसरे दौर के कोरोना की अनदेखी घातक हो सकती है। इससे बचने के लिए हर समुदाय और संगठन को अपनी जिम्मेदारी निभाने की आवश्यकता है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के प्रति किसी भी तरह की लापरवाही भारी पड़ सकती है। सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का सख्ती से पालन करते हुए इससे हर संभव बचाव की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए अब आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं बढ़ाने के साथ ही कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ना भी बेहद जरूरी हो गया है। इसमें सरकारी और गैर सरकारी स्तर से युद्धस्तर पर प्रयास किए जाने की आवश्यकता है।