दुर्भावना से ग्रसित होकर बिहार सरकार ने पप्पू यादव पर दर्ज कराई प्राथमिकी, जाप कार्यकताओं ने आंदोलन की दी चेतावनी

दुर्भावना से ग्रसित होकर बिहार सरकार ने पप्पू यादव पर दर्ज कराई प्राथमिकी, जाप कार्यकताओं ने आंदोलन की दी चेतावनी

गया से अमरेंद्र सिंह की रिपोर्ट


मानपुर (गया) : जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के विरुद्ध शहर के मगध मेडिकल थाना में दर्ज की गई है । प्राथमिकी दर्ज होने के बाद जाप कार्यकर्ताओं ने विरोध करना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में जन अधिकार पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सह वजीरगंज विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी राजीव कुमार कन्हैया ने मंगलवार को प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि दुर्भावना से ग्रसित होकर बिहार सरकार ने जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर प्राथमिकी दर्ज कराई है। जाप सुप्रीमो पप्पू यादव गरीबों व असहाय लोगों की सेवा के लिए हमेशा आगे रहते हैं। गत 1 मई को वे गया पहुंचे थे, जहाँ मगध मेडिकल, जयप्रकाश नारायण अस्पताल का मुआयना करने आए थे। इस दौरान उन्होंने कई कमियां पाई। हर जगह पर गंदगी का अंबार लगा हुआ और स्थिति बदतर था। जिसको उन्होंने उजागर किया। इससे सरकार तिलमिलाकर नाराज होकर बिहार सरकार के इशारे पर गया के जिलाधिकारी द्वारा पप्पू यादव पर मगध मेडिकल थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। जो बड़ा ही आक्रोश का विषय है, उन्होंने कहा कि पप्पू यादव एकलौता ऐसे महामानव है, जो कोविड-19 जैसी महामारी में भी पूरे राज्य में दिन-रात एक कर घूम-घूम कर गरीबों, असहाय लोगों की मदद कर रहे हैं। जिस अस्पताल में कोई जाना नहीं चाहता, वहां वे जाकर मरीजों का हाल-चाल पूछ रहे हैं, और उनकी मदद भी कर रहे हैं, इधर बिहार के तमाम नेतागण घर में घुसे हुए हैं। आज अस्पतालों में ऑक्सीजन, डॉक्टर, दवा की कमी है, जिसका उजागर पप्पू यादव ने किया। तो सरकार ने दुर्भावना से ग्रसित होकर उन पर प्राथमिकी दर्ज करा दिया।

श्री कन्हैया ने कहा कि बिहार सरकार और सिस्टम ने शमशान बनाने का काम किया है, गया मरघट बना हुआ है। आज से 15 मई तक पूरे बिहार में लॉक डाउन कर दिया गया है। सरकार ने बिना कोई योजना बनाए यह लॉक डाउन कर दिया है। ऐसे में ठेला वाले, मजदूर व गरीब लोग के समक्ष खाने पीने की स्थिति उत्पन्न हो गई है। सरकार ने बिना सोचे समझे यह आदेश लागू कर दिया। यह कहीं से सही नहीं है।लॉकडाउन को देखते हुए पप्पू यादव द्वारा गरीब-गुरबा,असहाय लोगों के लिए खाद्य सामग्री की व्यवस्था की गई है एवं उन तक पहुंचाई जा रही है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि पप्पू यादव को वाई श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है। ऐसे में अस्पताल निरीक्षण का उनका पूर्व से घोषित कार्यक्रम सभी प्रशासनिक अधिकारियों को दिया गया था। इसके बावजूद कोविड-19 एक्ट का उल्लंघन करने का आरोप लगाकर पप्पू यादव पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है जो कि गलत है। उन्होंने कहा कि अगर पप्पू यादव को रोका गया तो आने वाले समय में पूरे बिहार में व्यापक आंदोलन किया जाएगा। जो कार्य कर रहे हैं, उन्हें पूरी स्वतंत्रता मिले ताकि ज्यादा-से-ज्यादा लोगों तक है सुविधा मुहैया कराई जाए। आज से जन अधिकार सेवा दल के द्वारा पटना के पीएमसीएच, एनएमसीएच, एआईआईएमएस और आईजीआईएमएस अस्पतालों में इलाज करा रहे कोविड-19 के मरीजों के लिए अनिश्चितकालीन लंगर की शुरुआत किया गया है। कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए लोगों से रूबरू हुए हैं।