संसदीय राजनीति का एक सशक्त स्तंभ धराशायी हो गया : सुबोधकांत सहाय

स्व. पासवान भारतीय संसदीय राजनीति के एक मजबूत स्तंभ थे।

संसदीय राजनीति का एक सशक्त स्तंभ धराशायी हो गया : सुबोधकांत सहाय

रांची

पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने लोजपा के संस्थापक व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के असामयिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। श्री सहाय ने अपनी शोक संवेदना में कहा है कि स्व. पासवान भारतीय संसदीय राजनीति के एक मजबूत स्तंभ थे। उनके अकस्मात निधन की खबर से पूरा देश मर्माहत है। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय पासवान समाज के सभी वर्गों के लोगों के बीच लोकप्रिय थे। संसदीय राजनीति का उन्हें काफी लंबा अनुभव था। राजनीति के क्षेत्र में विशिष्ट उपलब्धि के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में उनका नाम दर्ज होना गौरव की बात है। उनके निधन से समाज को अपूरणीय क्षति हुई है। जिसकी भरपाई निकट भविष्य में संभव नहीं है। श्री सहाय ने स्व. पासवान के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए इस दुख की घड़ी में उनके परिजनों को संबल प्रदान करने की ईश्वर से कामना की।