5 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जायेंगे जिले के जनवितरण प्रणाली के विक्रेता, डीएम और एसडीओ को पत्र लिखकर दी अग्रिम सूचना
गया से अमरेंद्र सिंह की रिपोर्ट
गया : बिहार प्रदेश फेयर प्राइस डीलर्स एसोसिएशन के आवाहन पर गया जिला इकाई ने 5 मई से प्रस्तावित अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा की है। इस संबंध में गया के जिलाध्यक्ष महेंद्र कुमार सिंह ने गया जिला पदाधिकारी तथा सदर एसडीओ को पत्र के माध्यम से सूचना दे दी है। जिलाध्यक्ष ने अपने पत्र में कहा है कि जन वितरण विक्रेताओं की समस्याओं एवं मांगों से संबंधित लिखित स्मार पत्र बिहार प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष वरुण कुमार सिंह एवं महामंत्री कृष्ण कुमार सिंह ने अपने पत्रांक संख्या 22 दिनांक 26 .4 2021 से बिहार के खाद सचिव विनय कुमार को अवगत कराते हुए जन वितरण विक्रेताओं एवं उपभोक्ताओं के हित में दिनांक 4 मई 2021 तक निर्णय लेने हेतु अनुरोध किया गया है। निर्णय नहीं लेने की स्थिति में 5 मई से संपूर्ण बिहार के 55 हजार विक्रेतागण अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे इसका सारा जवाबदेही प्रशासन पर होगी।
श्री सिंह ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के कारण इस बीमारी से कई जनवितरण प्रणली के विक्रेता और उनके सहायक का निधन पिछले कुछ दिनों में हो चुका है। कई संक्रमित हैं। कुछ का इलाज भी चल रहा है। उन्होंने बताया है कि उनकी प्रमुख मांग में पॉश मशीन से खाद्यान वितरण का जो आदेश सरकार ने दे रखा है। वह जविप्र के बिक्रेताओं और उपभोक्ताओं के लिए खतरनाक साबित हो रहा है। इससे संक्रमण का खतरा काफी बढ़ गया है। ऐसे में कोरोना के इस महामारी को देखते हुए पूर्व की वितरण व्यवस्था के तहत खाद्यान्न वितरण करने का आदेश सरकार जारी करे। नहीं तो 5 मई से जिले सहित पूरे बिहार के 55 हजार डीलर्स अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। गया महानगर अध्यक्ष जमुना मंडल, बोधगया प्रखंड अध्यक्ष डॉ. विजय कुमार ने कहा है कि सरकार अपनी जिद पर अड़ी है कि पॉस मशीन से ही जविप्र के विक्रेता खाद्यान्न वितरण सुनिश्चित करें। जिससे कोरोना के डर से विक्रेता और उनके आश्रित जहां भयभीत हैं। वही आम उपभोक्ताओं में वर्तमान व्यवस्था को लेकर परेशान और मानसिक तनाव में हैं। उन्होंने कहा है कि जिले के उपभोक्ता अपना पेट भरने के लिए मजबूरीवश पॉस मशीन पर अपनी अंगुली का निशान लगा रहे हैं। वहीं डीलर्स भी इस मशीन को आज की विषम परिस्थितियों में उपयोग में ला रहे हैं। एक तरफ उपभोक्ताओं को पेट की चिंता है वहीं जविप्र के विक्रेताओं को अपना स्टॉक नील करते हुए खाद्यान्न की बिक्री की चिंता है। लेकिन, कोविड-19 का प्रसार जिस तरह से फैल रहा है। उसे देखते हुए जहां करीब पिछले एक महीने से बंद है। एक तरफ अधिवक्ता अपना जीवन सुरक्षित रखते हुए अपने मुवक्किल की जान को खतरे में नहीं डालना चाहते हैं। इसलिए एक तरफ जहां जिला जज कोर्ट बंद रखने का आदेश जारी कर रहे है तो अधिवक्ता वर्चुअल कोर्ट करने के पूर्व के आदेश को लेकर आंदोलन कर चुके हैं। वहीं गया जिला दस्तावेज नवीस संघ भी अपने को कार्य से अलग रखने का निर्णय ले चुके हैं।