सुरधारा कला केंद्र में पर्यावरण संरक्षण परिचर्चा सह कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया:- बिपिन बिहारी

बुधवार को मुहर्रम के पावन दिन पर सुरधारा कला केंद्र में पर्यावरण संरक्षण परिचर्चा सह कवि गोष्ठी का आयोजन कला, साहित्य एवं पर्यावरण सेवक बिपिन बिहारी द्वारा चलाये जा रहे "वृक्ष हमारे मित्र" जन जागरण अभियान के तहत किया गया l

सुरधारा कला केंद्र में पर्यावरण संरक्षण परिचर्चा सह कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया:- बिपिन बिहारी

गया । बुधवार को मुहर्रम के पावन दिन पर सुरधारा कला केंद्र में पर्यावरण संरक्षण परिचर्चा सह कवि गोष्ठी का आयोजन कला, साहित्य एवं पर्यावरण सेवक बिपिन बिहारी द्वारा चलाये जा रहे "वृक्ष हमारे मित्र" जन जागरण अभियान के तहत किया गया l मुख्य अतिथि में बेंगलोर से आये अन्तराष्ट्रीय साहित्यकार, चिंतक लेखक राश दादा राश थे, वहीं अति विशिष्ट अतिथि हिन्दी साहित्य सम्मेलन, गया के अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह सुरेंद्र और साहित्य महापरिषद गया के अध्यक्ष रामसिंहासन सिंह रहे l विशिष्ट अतिथि में हिन्दी साहित्य सम्मेलन महामंत्री सुमंत, कुमारकांत, गोपाल पटवा, प्रकाश राम पटवा, राज आर्ट्स, बैंगलोर निवासी पूजा कुमारी रही l कार्यक्रम की शुरुआत धर्मेंद्र कुमार मिश्रा के बासुरी वादन से हुआ और कार्यक्रम संचालन बिपिन बिहारी ने किया। तटपश्चात् गया के साहित्यकारों द्वारा मुख्य अतिथि को बुके और माला देकर सम्मानित किया गया l
मुख्य अतिथि राश दादा राश ने सम्बोधन में कहा कि सरकार जो सर के पार चला जाय वो है सरकार इसलिए‌ पर्यावरण संरक्षण हेतु सरकार से हमें अपेक्षा न रखते हुए हमें खुद जागना होगा l पर्यावरण संरक्षण हेतु मौलिक विषय पर चिंतन करने की जरूरत है l राश दादा राश ने बिपिन बिहारी को "एक और बुद्ध" कहकर उन्होंने नया नाम दिया l और उनके कार्यों को वैश्विक कार्य बताया l जल प्रबंधन पर उन्होंने ज्यादा जोर दिया वहीं रामसिंहासन सिंह ने कहा कि प्रकृति और संस्कृति को बचाना हमें बहुत जरूरी है, वही सुरेंद्र सिंह सुरेन्द्र ने कविता माध्यम से पौधा लगाने पर जोर दिए l सुमंत जी ने बिपिन बिहारी के कार्यों को बल देने पर जोर दिए और एक साल में 7500 पौधे लगाएं जाने को लेकर कोटी कोटी बधाई दी l कुमार कांत ने सुरधारा केंद्र में उपस्थित कलाकारों के लिए पर्यावरण पर बातें रखी।वहीं सुरधारा के प्रशिक्षक राज आर्ट्स ने एक पुराने फिल्म की गीत "ये कौन चित्रकार है" गाकर लोगो को मुग्ध कर दिया l सुरधारा की सिमरन ने भी पर्यावरण पर अपनी बातें रखी l वही उपस्थित वरीय अधिवक्ता महावीर प्रसाद ने पर्यावरण पर हो रहे ऐसे कार्य की सराहना करते हुए उपस्थित लोगो से बिपिन बिहारी को सरकारी सहायता पर जोर दिए उन्होने कहा कि ऐसे व्यक्तित्व जो अपनी निजी कमाई से लाखों लाख खर्च कर सामाजिक मुहीम में लगे है तो सरकार को ध्यान देने की जरूरत है l अंत में सुरधारा की ओर से पलक रानी ने धन्यवाद ज्ञापन की और कला केंद्र निदेशक के लिए चंद पंक्तियाँ पढ़ कर सभा समाप्ति की घोषणा की l