एचईसी के रिटायर्डकर्मियों के महाजुटान और महाधरना में बोले सुबोधकांत सहाय
"एचइसी के कर्मियों और रिटायर्ड कर्मियों के हक की लड़ाई मरते दम तक लड़ेंगे"
रांची। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि एचईसी के सेवानिवृत्त कर्मियों के मांगे जायज है। इस संदर्भ में पूर्व में कई बार एचईसी प्रबंधन और भारी उद्योग मंत्रालय का ध्यान आकृष्ट कराया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। सेवानिवृत्त कर्मियों की मांगों के संदर्भ में आश्वस्त करते हुए उन्होंने कहा कि इस संबंध में एचईसी प्रबंधन सहित भारी उद्योग मंत्रालय के संबंधित अधिकारियों से वार्ता कर इस दिशा में जल्द निर्णय करने का अनुरोध किया जाएगा। श्री सहाय मंगलवार को एचईसी मुख्यालय के समक्ष सेवानिवृत्त कर्मियों द्वारा दिए गए धरना को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एरियर सभी कर्मियों की मेहनत की कमाई है। इस संदर्भ में तत्कालीन संसदीय याचिका समिति में भी यह मामला उठाया गया। वह विगत लगभग चार दशकों से एचईसी के कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर सदैव मुखर रहे हैं। उनकी आवाज उठाते रहे हैं। आज भी एचईसी के कर्मियों और रिटायर्ड कर्मियों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रयासरत हैं। इस अवसर पर खिजरी के विधायक राजेश कश्चप भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि एचईसी की रिटायर्ड कर्मियों की सभी मांगें जायज है। प्रबंधन को यथाशीघ्र उनकी मांगों पर विचार करते हुए सकारात्मक निर्णय लेना चाहिए।
गौरतलब है कि एचईसी सेवानिवृत्त कर्मचारी संघ के बैनर तले रिटायर्ड कर्मियों ने 1 जनवरी 1997 से 17 सितंबर 2008 तक के एरियर भुगतान और सेवानिवृत्त कर्मियों का स्वास्थ्य बीमा कराने की मांग को लेकर तीन दिवसीय महा धरना और महाजुटान का आज शुभारंभ किया गया। श्रमिक नेता व हटिया मजदूर यूनियन के अध्यक्ष भवन सिंह, एचईसी सेवानिवृत्त कर्मचारी संघ के संयोजक कैलाश यादव, श्रमिक नेता आरएस यादव, केडी सिंह, चंद्रशेखर, वी.प्रसाद, सरजू प्रसाद, केदार प्रसाद, अवधेश कुमार पाल, राम मनोहर सिंह, अशोक गिरी, राज किशोर सिंह यादव सहित सैंकड़ों की संख्या में सेवानिवृत्तकर्मी धरना स्थल पर उपस्थित थे।