हड़ताल के कारण नारकीय हो चुकी स्थिति, मेयर, डिप्टी मेयर व पार्षद ने कसी कमर, झाड़ू लेकर खुद उतरेंगे सड़क पर
अमरेन्द्र कुमार सिंह
गया। विगत 1 हफ्ते से नगर निगम सफाई कर्मियों की हड़ताल के कारण शहर की नारकीय हो चुकी स्थिति से निपटने को लेकर नगर निगम ने कमर कस ली है। इसे लेकर सोमवार को नगर निगम सभागार में एक विशेष बैठक की। जिसमें मेयर विरेन्द्र कुमार उर्फ गणेश पासवान, डिप्टी मेयर अखौरी ओंकारनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव,नगर आयुक्त सावन कुमार सहित कई वार्ड के पार्षद एवं निगम के अधिकारी शामिल हुए। बैठक में विशेष रूप से साफ सफाई को लेकर चर्चा की गई।इस दौरान डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि निगम के सफाई कर्मियों के द्वारा की गई हड़ताल के कारण शहर की स्थिति नारकीय हो गई है। जगह-जगह कूड़ा पड़े रहने के कारण बदबू आ रही है। शहर के लोग इसके निदान हेतु गुहार लगा रहे हैं। साथ ही पितृपक्ष में पिण्डदानी भी पहुंचने वाले हैं। ऐसे में निगम प्रशासन ने यह निर्णय लिया है की मंगलवार से मेयर, डिप्टी मेयर व नगर आयुक्त, वार्ड पार्षद अपने नेतृत्व में सफाई कार्य को अंजाम देंगे। इसकी शुरुआत विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर के समीप से की जाएगी। जहां हमलोग स्वयं सड़कों पर झाडू लगाकर सफाई कार्य करेंगे। इसके अलावा शहर के विभिन्न इलाकों में कचरे के उठाव हेतु ट्रैक्टर लगाए जाएंगे। वार्ड पार्षदों के द्वारा अपने-अपने वार्ड में 10-10 लोगों को सफाई कार्य को लेकर तैयार रहने को कहा गया है। ताकि सफाई कार्य की वैकल्पिक व्यवस्था हो सके। उन्होंने कहा कि जो सफाई कर्मी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं उनसे हमारा कोई शिकायत नही है। वे लोग संवैधानिक तरीके से अपनी हड़ताली स्थल पर जारी रखें। लेकिन नगर निगम कार्यालय में आकर नगर आयुक्त कार्यालय के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन करना एवं सरकारी कार्य को बाधित करना, कहीं से भी सही नहीं है। हमारी संवेदना उनके साथ है। हम कहीं से भी उनको किसी तरह का नुकसान पहुंचाने का भाव नहीं रखते हैं। लेकिन सफाई कार्य भी जरूरी है। बहुत जल्द पितृपक्ष शुरू होने वाला है। इस दौरान बाहर से भी पिंडदानी आएंगे, ऐसे में शहर की नगण्य सफाई व्यवस्था से उनकी भावना को ठेस पहुंचेगे। इसलिए वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर कल से शहर में सफाई कार्य व कूड़े का उठाव शुरू किया जाएगा। साथ ही विधि-व्यवस्था बनी रहे, इसके लिए जिला प्रशासन से पुलिस बल की भी मांग की गई है। ताकि कहीं किसी तरह की कोई अप्रिय बात ना हो सके।