भाजपाई पहले तिरंगे का सम्मान करना सीखें न कि राजनीति करें : कैलाश यादव

बीजेपी का हर घर तिरंगा कार्यक्रम महज ढोंग।

भाजपाई पहले तिरंगे का सम्मान करना सीखें न कि राजनीति करें : कैलाश यादव

झारखण्ड प्रदेश राजद महासचिव सह मीडिया प्रभारी कैलाश यादव ने बीजेपी का हर घर तिरंगा झंडा लगाने का कार्यक्रम पर सवाल उठाया है और प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि राष्ट्रीय तिरंगा जैसे पवित्र प्रतीक को बीजेपी ने कई बार अपमान करने का काम किया है ! 
विदित हो कि मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री रहीं सुश्री उमा भारती ने तिरंगे पर पैर रखने का काम किया था जिसके बाद मामला न्यायिक हुआ  और काफी फजीहत होने के बाद उन्हें सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था !

यादव ने बताया कि विगत वर्ष 2016- 17 में पूर्व मुख्यमंत्री वर्तमान उड़ीसा के राज्यपाल रघुवर दास के नेतृत्व में रांची पहाड़ी मंदिर पर जिला प्रशासन ने उर्मिला कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा विश्व का सबसे ऊंचा तिरंगा झंडा लगाने का दावा किया गया था ! 
लेकिन पहाड़ी मंदिर पर जब से ऊंचा तिरंगा झंडा लगाया तब से प्रतिदिन झंडा का निरंतर अपमान होते रहा है !

तिरंगे का बार बार झुक जाना और फट जाना अद्यतन बनी रही ! कई झंडा बदलने के बाद भी स्थिति वैसे ही रही ,जिस कारण आम लोगो के बीच में तत्कालीन रघुवर सरकार और प्रशासन पर सवाल उठते रहे ! अंततः उसी बीच लगातार हो रहे राष्ट्रीय तिरंगे का अपमान के खिलाफ एवं इसकी रक्षा व सम्मान के लिए मेरे द्वारा (कैलाश यादव) माननीय झारखंड उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर किया गया उस वक्त तत्कालीन मुख्य न्यायधीश श्री बीरेंद्र सिंह ने तत्काल संज्ञान लेते हुए सरकार के असफल प्रशासन पर सवाल खड़ा करते हुए त्वरित कार्रवाई किया और पहाड़ी मंदिर से तिरंगा झंडा उतारने का आदेश जारी किया एवं इस विषय पर माननीय मुख्य न्यायधीश द्वारा आदेश पत्र में याचिकाकर्ता यानि मुझे निर्देश दिया गया कि आप रांची जिला उपयुक्त पर क्रिमिनल केस कर सकते हैं लेकिन मैने ब्यूरोक्रेट का सम्मान करते हुए ऐसा नहीं किया ! इसलिए मेरा स्पष्ट तौर पर कहना है कि बीजेपी का देशभर में हर घर तिरंगा लगाने का कार्यक्रम सिर्फ ढोंग और बनावटी नाटक है ! 

राजद की ओर से सुझाव है कि भाजपाइयों को राष्ट्रीय तिरंगे का अपमान करने बजाय पहले सम्मान करना सीखना चाहिए !