TSPC दस्ते के 3 उग्रवादी गिरफ्तार, छापर बालू घाट में घटना को अंजाम दिये थे
पुलिस ने छापर गांव में छापेमारी कर अजीत सोरेन, आकाश लोहरा और सुमित लहरी को गिरफ्तार किया. इनके पास से लेवी वसूली में इस्तेमाल होने वाले कई मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं.
झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई तेज हो गई है. TPC, TSPC और JJMP उग्रवादी संगठन के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है. इसी कड़ी में रांची पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने टीएसपीसी कमांडर दिवाकर गंझू उर्फ प्रताप जी के दस्ते के 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया है, गिरफ्तार उग्रवादी कमांडर दिवाकर गंझू दस्ते के सक्रिय सदस्य हैं और बड़कागांव, केरेडारी और बुढ़मू थाना क्षेत्रों में सक्रिय थे और दामोदर नदी के किनारे स्थित छापर बालू घाट पर रंगदारी के लिए हुए विवाद में शामिल थे.
ग्रामीण एसपी सुमित कुमार अग्रवाल ने बताया कि बुढ़मू थाना क्षेत्र से 3 उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया है.वरीय पुलिस अधीक्षक को गुप्त सूचना मिली थी कि जो उग्रवादी दामोदर नदी के किनारे बड़कागांव, केरेडारी और बुढ़मू थाना की सीमा पर स्थित छापर बालू घाट पर रंगदारी के लिए दो पक्षों के बीच हुए विवाद की घटना में शामिल थे, वे सभी छापर गांव में पहुंच कर किसी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं. सूचना के सत्यापन के बाद त्वरित कार्रवाई की गई और खलारी डीएसपी के नेतृत्व में छापेमारी दल का गठन किया गया. छापेमारी दल ने शनिवार को छापर में छापेमारी कर उग्रवादी संगठन के अजीत सोरेन, आकाश लोहार और सुमित लहरी को गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से लेवी मांगने में उपयोग किए गए मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं.
अपराधियों ने स्वीकारोक्ति बयान दिया
गिरफ्तार उग्रवादियों ने पुलिस को बताया कि मार्च 2024 में उन्होंने दिवाकर गंझू के साथ मिलकर बड़कागांव थाना क्षेत्र के कायलांग पतरा बालू यार्ड में फायरिंग की थी और लेवी वसूलने के लिए काम बंद कराया था. इस दौरान पुलिस पर फायरिंग भी की गई थी और कुछ हथियार छोड़कर भागने में सफल रहे थे. इसके अलावा जुलाई 2024 में बड़कागांव थाना क्षेत्र के उरीमारी और तारासवार के बीच सड़क निर्माण कार्य कर रही कंपनी से लेवी वसूलने के लिए भी फायरिंग की गई थी.