पति की हत्या : प्रेमी के साथ मिलकर पति को चाकू से गोद डाला, पत्नी गिरफ्तार

आरोपी का प्रेमी रंजित जो इस घटना में मुख्य आरोपी है वह बिहार का रहनेवाला बताया जा रहा है, अभी फ़रार है। पुलिस उसकी गिरफ़्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। सबसे ख़ास बात यह है की हत्या की वारदात से संबंधित प्राथमिकी भी ख़ुद आरोपी ने थाने में दर्ज कराई थी।

पति की हत्या : प्रेमी के साथ मिलकर पति को चाकू से गोद डाला, पत्नी गिरफ्तार

झारखंड के गुमला ज़िले के पाँकी थाना क्षेत्र में हुई हत्या की घटना में संलिप्त आरोपी को पलामू पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। आरोपी का प्रेमी रंजित जो इस घटना में मुख्य आरोपी है, वह बिहार का रहनेवाला बताया जा रहा है, अभी फ़रार है। पुलिस उसकी गिरफ़्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। सबसे ख़ास बात यह है की हत्या की वारदात से संबंधित प्राथमिकी भी ख़ुद आरोपी ने थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना के संदर्भ में पता चला की दो अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा अजय राम की चाकू मारकर हत्या कर दी गई है। तत्पश्चात पुलिस के द्वारा शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की गई। 

अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में टीम ने सफलता पाई 

पाँकी थाना अंतर्गत बिजली ऑफिस के सामने एक घर में कुछ दिन पहले हत्या की घटना को अंजाम दिया गया था। मृतक अजय राम की पत्नी अमृता देवी के बयान के आधार पर पाँकी थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। थाने में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पलामू पुलिस अधीक्षक ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया। टीम ने जब जांच किया तो पाया कि मृतक अजय राम की पत्नी अमृता देवी के द्वारा अपने प्रेमी के साथ मिलकर अजय राम की हत्या की घटना को अंजाम दिया गया था। गठित टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले का उद्भेदन कर दिया। 

प्रेमी रंजीत बिहार के पटना जिले का रहने वाला है

अमृता देवी ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में पुलिस को बताया कि पति के घरेलू प्रताड़ना से तंग आकर करीब 2 वर्ष पहले रंजीत नामक लड़के से उसे प्रेम हो गया था। आपको बता दें कि प्रेमी रंजीत बिहार के पटना जिले का रहने वाला है। वह पाँकी स्थित लालू मैदान में मेला लगाने आया करता था। लालू मैदान से अमृता देवी का घर बिल्कुल पास में ही है। अमृता देवी के घर का पिछला दरवाज़ा बिलकुल लालू मैदान में ही खुलता है। मेला लगाने के दौरान पानी लेने के लिए रंजित अक्सर अमृता देवी के घर ज़ाया करता था। धीरे धीरे दोनों में दोनों में प्रेम प्रसंग बढ़ता चला गया। इसी बीच अजय राम को इसकी भनक लग गई और वह अपनी पत्नी को प्रताड़ित करने लगा। अमृता देवी ने अपने प्रेमी को यह बात बताई जिसे सुनकर रंजीत को काफी गुस्सा आया।

मृतक ने पत्नी को रंगे हाथ पकड़ लिया था 

अमृता देवी अपने बच्चों के साथ रंजीत के साथ भाग जाने का प्लान बनाई, किंतु उसके पति के द्वारा किसी जमीन को बेचा जाना था जिसमें एक मोटी रकम मिलने वाली थी, इसलिए उन दोनों ने पैसे की लालच में कुछ दिन इंतजार करने के बाद उक्त पैसा लेकर भागने का प्लान बनाया। मृतक अजय राम को इसकी भनक थी की जमीन बेचने पर मिलने वाली मोटी रकम को लेकर उसकी पत्नी अपने प्रेमी के साथ भाग सकती है। इसलिए अजय राम जमीन बेचने में आनाकानी करने लगा। इसी बीच मृतक अजय राम अपनी पत्नी अमृता देवी को प्रेमी रणजीत सिंह के साथ घर में देख लिया और उस दिन अपनी पत्नी के साथ काफी मारपीट किया। जब यह बात रणजीत सिंह को पता चला तो उसने अपने प्रेमिका अमृता देवी को फोन कर बोला कि अब तुम्हारे पति को मारना जरूरी है, इस पर अमृता देवी ने भी सहमति जताई।

गर्दन पर चाकू से 5-6 बार लगातार वार किया

फिर एक योजनाबद्ध तरीके से रणजीत सिंह लालू मैदान के पीछे साइड वाले दरवाजे से रात्रि में अजय राम के घर में घुसा तथा सोए हुए अजय राम के गर्दन पर चाकू से 5-6 बार लगातार वार किया। इस दौरान अपने बचाव में अजय राम ने रणजीत सिंह के उंगली को अपने दांतों में फंसा लिया, जिसे अमृता देवी ने खींचकर निकाला तो अमृता देवी के हाथ की उंगली को अपने दांत में दबा लिया और जान बचाने के लिए चिल्लाने लगा। फिर अमृता देवी ने अपने पति के मुंह को तकिये से दबा दिया। उसके बाद रंजीत सिंह ने चाकू से 5-6 बार वार कर अजय राम को मौत की नींद सुला दिया। इसके बाद अमृता देवी ने खून को साफ करने का भी प्रयास किया।

पुलिस प्रेमी की तलाश कर रही है 

इस घटना के बाद बचने के लिए अमृता देवी के द्वारा ही अपने पति की हत्या के विरुद्ध बयान देकर प्राथमिकी भी दर्ज करवाई गई थी। आपको बता दें कि अमृता देवी की शादी करीब 16 वर्ष पूर्व अजय राम से हुई थी और उसके चार बच्चे हैं जबकि प्रेमी रणजीत सिंह की उम्र करीब 25 वर्ष की बताई गई है। पाँकी पुलिस द्वारा तकनीकी साक्ष्य, फोरेंसिक जांच एवं अन्य बरामदगी के माध्यम से हत्या का त्वरित उद्वेदन किया गया है। प्रेमी रणजीत सिंह की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।