कैप्टन करमजीत सिंह का बलिदान देश याद रखेगा : हजारीबाग चैंबर

चैंबर ने भारत सरकार को पत्र प्रेषित कर आतंकवादियों के जड़ से खात्मा की मांग की है

कैप्टन करमजीत सिंह का बलिदान देश याद रखेगा : हजारीबाग चैंबर

हजारीबाग चैंबर ने कैप्टन करमजीत सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है

हजारीबाग के भारतीय सेना  के जांबाज सिपाही कैप्टन करमजीत सिंह के जम्मू स्थित अखनूर में पेट्रोलिंग के दौरान पाक आतंकवादियों द्वारा  विछाए गए बारूदी सुरंग के ब्लास्ट में शहिद  हो जाने पर हजारीबाग चैंबर आफ कमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने गहरा दुःख व्यक्त किया है। इसे देश के  लिए   एक अपूर्णीय क्षति बताया। 
   हजारीबाग चैंबर ऑफ़ कॉमर्स के अध्यक्ष राजकुमार जैन टोंग्या, संस्थापक अध्यक्ष राजेंद्र लाल एवं सचिव विजय केसरी ने संयुक्त रूप से एक पत्र देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को प्रेषित कर मांग किया है कि देश की आजादी के बाद से अब तक हजारों भारतीय सेना के जवान जम्मू कश्मीर की सुरक्षा में अपनी जान कुर्बान कर चुके हैं । फलस्वरुप देश की कई मांओं ने अपने बेटे, बहनों ने अपने भाइयों, अर्धांगनियों ने अपने पतियों और बच्चों ने अपने पिताओं को खोया है। यह सिलसिला अब बंद होना चाहिए। आतंकवादियों के जड़ से खात्मा के लिए भारत सरकार को भी उठ खड़े होने की जरूरत है। 
  आगे पत्र में दर्ज किया गया है कि भारतीय सेना के जांबाजों की इन कुर्बानियों के पीछे पाक आतंकवादियों  के हाथ हैं। भारत सरकार को पाक आतंकवादियों के खिलाफ एक  सुविचारित बड़ी कार्रवाई करने जरूरत है। ताकि पाक आतंकवादियों का जड़ से खात्मा हो सके। पाकिस्तान देश की आजादी के बाद से अब तक लगातार आतंकवादी कार्रवाई करता चला आ रहा है । पाकिस्तान, देश की एकता और अखंडता को भी  प्रभावित करता रह रहा है। देशवासियों की सब्र की सीमा खत्म हो गई है।‌ संपूर्ण देश पाकिस्तानी आतंकवादी कार्रवाई से आक्रोशित और छुब्द है। 
   आगे चैंबर ने भारत सरकार से आग्रह किया है कि अब सरकार को चुप रहने की जरूरत नहीं है।  संपूर्ण विश्व पाकिस्तान द्वारा  पीठ के पीछे  छूरा  घोपने की कार्रवाई को जान चुका है।‌ विश्व जनमत भी पाकिस्तान के पक्ष में है। इसलिए पाकिस्तान के खिलाफ शीघ्र अतिशीघ्र बड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है। भारत सरकार पाकिस्तानी आतंकवादियों के सफाए में जितना विलंब करेगी, हमारे जवान शहीद होते रहेंगे। भारत की एक-एक जनता पाकिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ भारत सरकार की कड़ी कार्रवाई का इंतजार कर रही हैं।