कोरोना में होम्योपैथिक दवाईयां काफी कारगर : डॉ यू.एस. वर्मा

कोरोनावायरस से बचाव के लिए आर्सेनिक एल्बम 30 पावर की दवा का मुफ्त वितरण

कोरोना में होम्योपैथिक दवाईयां काफी कारगर : डॉ यू.एस. वर्मा

रांची : यूएस पॉलीक्लिनिक, कचहरी चौक, डिप्टी पाड़ा रोड, रांची में पालीक्लिनिक के मुख्य चिकित्सा निदेशक डॉ उमाशंकर वर्मा द्वारा कोरोना वायरस से बचाव के लिए आर्सेनिक एल्बम 30 पावर की दवा 98 लोगों को मुफ्त में बांटी गई। भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा यह परामर्श दिया गया था कि आर्सेनिक एल्बम 30 पावर की दवा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सक्षम है। यह कोरोनावायरस के संक्रमित रोगो में भी लाभप्रद है। यूएस पॉलीक्लिनिक में पिछले डेढ़ माह से आर्सेनिक एल्बम निशुल्क वितरण किया जा रहा है। झारखंड सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने भी निशुल्क वितरण हेतु अनुमति दी है। होम्योपैथिक की यह दवा इनफ्लुएंजा, फ्लृ, सर्दी जुकाम जाड़ा बुखार बदन हाथ में दर्द, नींद की कमी, बेचैनी, मुंह सुखा सुखा लगना, दमा, थोड़ी-थोड़ी पानी बार-बार पीने की इच्छा, दोपहर 1 से 2 और रात्रि 1 से 2 बढ़ने वाले कोई भी रोग, पाचन क्रिया की गड़बड़ी, एसिडिटी, बेचैनी के साथ घबराहट, मृत्यु भय, अत्यंत कमजोरी, बदन, आंख, नाक, हाथ, पांव में दर्द जलन में भी अत्यंत ही लाभप्रद औषधि है। यदि लक्षण मिल जाए तो कोरोना वायरस डिजीज के अलावे अन्य रोग में भी 100 फीसदी लाभप्रद सिद्ध होगा। इस समय गर्मी का मौसम आ गया है और दिन में गर्मी रात में ठंड के कारण वायरल रोगों जैसे सर्दी जुकाम खांसी सांस लेने में दिक्कत बदन हाथ में दर्द होने की संभावनाएं काफी बढ़ जाती है। ऐसे में मौसम के प्रतिकूल प्रभाव से बचने के लिए खानपान में भी सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। फ्रिज का पानी, दही, केला, कोल्ड ड्रिंक का प्रयोग सीमित मात्रा में लेने की सलाह दी जाती है, अधिक मात्रा में कोल्ड ड्रिंक फ्रीज का चिल्ड वाटर पीने से भी सर्दी जुकाम होने की संभावना है बनी रहती है, खासकर बच्चों को बुजुर्गों को तथा जिनकी जीवनी शक्ति कमजोर है जो लोग डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, दमा, किडनी व ह्रदय रोग से ग्रसित हैं उन्हें और भी सचेत रहने की आवश्यकता है। सादा सुपाच्य संतुलित और पौष्टिक आहार लेना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है, हो सके तो शाकाहारी भोजन व प्रकृति द्वारा वरदान के रूप में इस मौसम के लिए दी गई तरबूज, खरबूज, संतरा, लीची, अंगूर, सेव, आम, नारियल पानी का प्रयोग अधिकाधिक किया जाए तो यह स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है। डॉक्टर वर्मा ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए मास्क पहनने, दिन में कम से कम 5 बार हाथ को धोकर सेनीटाइज करने, जब भी बाहर से घर पर आइए हाथ और पैरों को अवश्य ही20 सेकंड तक धोएं, सोशल डिस्टेंस हर स्थान पर बनाए रखें, अधिक आवश्यकता पड़ने पर ही घर से बाहर जाएं तथा कोशिश करें कि बाहर जाने के लिए सिर्फ एक ही व्यक्ति की आवश्यकता पड़े, जिन लोगों को सर्दी जुकाम बुखार हो उनसे कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें। होम्योपैथिक औषधियां लक्ष्मण के अनुसार काम करती है तथा होम्योपैथिक दवाओं में उस दवा का अरबों खरबों सूक्ष्म शक्ति तत्व ही मौजूद रहता है और उस औषधि की डायनेमिक फोर्स या आणविक शक्ति ही मानव शरीर के कोशिकाओं के अंदर प्रविष्ट कर कार्य किया करता है। होम्योपैथिक औषधियों का कोई दुष्प्रभाव या साइड इफेक्ट नहीं हुआ करता है क्योंकि इन दवाओं में कोई भौतिक तत्व मौजूद नहीं रहता है इसका डायनेमिक फोर्स ही जीवनी शक्ति के रूप में काम करता है और लक्षण मिलने के बाद ही इस दवा को लेने की सलाह दी जाती है। कोरोना वायरस के लिए कुछ और भी दवाइयां तैयार की गई है। जिससे इनफ्लुएंजा स्वाइन फ्लू कोरोना वायरस स्पेनिश ब्लू सर्दी जुकाम बुखार सारे रोगों में शत-प्रतिशत लाभप्रद साबित होता है। इन दवाओं में कैंफर, ब्रायोनिया, कास्टिकम , बैपटिसिया, जेल्सीमियम, यूपेटोरिआ परफ, फेरम फॉस, यूकेलिप्टस, साबाडिला, एकोनाइट तथा आर सैनिक का मिश्रण कर बनाया गया है। इस दवा का मिश्रण डॉक्टर वर्मा द्वारा बनाकर करीब 3000 लोगों पर परीक्षण किया गया और वक्त प्रतिशत सफलता पाया गया। इस मिश्रण को और चिकित्सकों को भी प्रयोग में लाने की सलाह दी जाती है। डॉक्टर वर्मा एलोपैथिक चिकित्सक होने के साथ-साथ होम्योपैथिक के भी चिकित्सक है तथा बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के पद पर कार्यरत हैं, उन्हें असाध्य और पुराना रोगों के इलाज में महारत हासिल है। उन्होंने और चिकित्सकों को भी आर्सेनिक एल्बम निशुल्क वितरण करने एवं सेवन करने की सलाह दी। डॉक्टर वर्मा ने आशा व्यक्त की कि यदि होम्योपैथिक दवा का सही प्रयोग किया जाए तो कोरोना वायरस से हमेशा के लिए निजात पाया जा सकता है, होम्योपैथिक दवा से है रोग प्रतिरोधक क्षमता इतनी बढ़ जाती है ऐसे वायरल रोग समीप भी नहीं भटकते। डॉक्टर वर्मा ने शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए योगासन प्राणायाम ध्यान सात्विक भोजन सात्विक विचार रखने के साथ-साथ हल्दी अदरक गोलकी दूध के सेवन करने गरम पेय पदार्थ गरम पानी पीने की सलाह दी, इससे भी बहुत हद तक रूप से बचा जा सकता है।